पटना में तैर रहा सुशासन: बारिश के पानी में डूबा राजीव नगर थाना, मेंढक और कीड़े-​मकोड़े के बीच काम करने को मजबूर पुलिसवाले

पटना में तैर रहा सुशासन: बारिश के पानी में डूबा राजीव नगर थाना, मेंढक और कीड़े-​मकोड़े के बीच काम करने को मजबूर पुलिसवाले

PATNA : ये तस्वीर बिहार की राजधानी पटना की है. इस तस्वीर को देखकर आपको वो दिन याद आ रहे होंगे जब चंद घंटों की मूसलाधार बारिश के बाद पटना शहर डूब गया था. राजधानी में एक बार फिर से वैसे ही हालात बनते दिख रहे हैं. मानसून की पहली बारिश के बाद पटना का राजीव नगर थाना डूब गया है. थाने में पानी जमा हो गया है. कमरे में मेंढक और कीड़े-मकोड़े तैरते नजर आ रहे हैं.


बिहार में मानसून की एंट्री के बाद लगातार बारिश हो रही है. मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है. पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, नालंदा, लखीसराय आदि जिलों के लिए अलर्ट घोषित किया गया है. यहां बारिश और वज्रपात की संभावना जताई गई है. मानसून की पहली बारिश में ही बिहार सरकार की पोल खुल गई है. राजधानी पटना के कई इलाकों में जलजमाव से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.


पटना के राजीव नगर थाने से जो तस्वीर निकल कर सामने आई है, वो बिहार सरकार और पटना नगर निगम की तैयारियों को धता बता रही है. ये तस्वीर अपने आप में यह कहने और दिखाने को काफी है कि अगर कुछ घंटे लगातार बारिश हो जाये तो न जाने इस थाने की तरह बिहार के कई मंत्री और विधायक के बंगले डूब जाएँ. क्योंकि दो साल पहले कुछ ऐसी ही तस्वीरें देखने को मिली थीं जब बिहार के आपदा मंत्री, शिक्षा मंत्री और कृषि मंत्री से लेकर पथ निर्माण मंत्री के आवास में पानी घुस गया था. भारी बारिश के बाद पटना झील में तब्दील हो गया था. 

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पटना में हुई मानसून की पहली की बारिश ने नगर निगम और नगर विकास विभाग के दावों की पोल खोलकर रख दी है. राजधानी के कई इलाकों में जहां जलजमाव हो गया, राजीव नगर थाना तालाब में तब्दील हो गया है. थाने के अंदर की हालत तो ऐसी है कि यहां अलमीरा और रेक पर रखीं फाइलों तक पानी पहुँच गया है. थाना में पोस्टेड एक दारोगा बताते हैं कि पाने में कीड़े मकोड़े तैर रहे हैं. मेढक कमरे तक आ पहुंचे हैं. पानी में कुर्सी लगातार मजबूरन काम करना पड़ रहा है. पैंट को मोड़कर और चप्पल पहनकर जैसे-तैसे काम चल रहा है. 


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दारोगा कहते हैं कि थाने में पानी भर गया है. लेकिन क्या करें मज़बूरी में काम करना पड़ रहा है. नाला भी जाम है. जब तक नाला साफ़ नहीं होगा तब तक पानी निकलने की कोई संभावना नहीं है. ऐसे में सवाल है कि नगर विकास विभाग और पटना नगर निगम ने कितनी तैयारी कर रखी है. क्योंकि पटना में सुशासन तैर रहा है और लॉ एंड आर्डर को कंट्रोल करने वाले वर्दीधारी मेंढक के बीच काम करने को मजबूर हैं.