PATNA : पटना में बिहार सरकार के अधिकारी सब्जी बेच रहे हैं और सब्जी खरीदने के लिए खरीदारों की लंबी लाइन लग रही है. सब्जी उगाने वाले किसानों को इसका डायरेक्ट फायदा मिल रहा है. एक तो उन्हें वाजिब दाम मिल रहा है और दूसरा यहा है कि पैसे भी सब्जी बेचे जाने के अगले दिन ही मिल जा रहे हैं.
बता दें कि पटना स्थित सचिवालय में हर सोमवार और शुक्रवार को जैविक खाद से तैयार सब्जियां बेची जाती है. यहां कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मी दुकानदार की भूमिका में होते हैं. किसानों से सब्जियां लेकर कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मी खुद बेचते हैं. खास बात यह है कि जैविक खाद से तैयार सब्जियां दूसरे सब्जी से 50-60 फीसद अधिक दर पर बेची जा रही है.
इसके बाद भी राजधानी के लोग इसे पसंद कर रहे हैं. हर सोमवार और शुक्रवार को सब्जियां खरीदने के लिए खरीदार की लाइन लग रही है. अभी तक 10 क्विंटल से अधिक सब्जी बेची जा चुकी है, जिसमें मटर, ब्रोकली, बैगन, टमाटर, मूली, फूल व पत्तागोभी और मशरूम प्रमुख रुप से है. इसका सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है. बेची गई सब्जी की राशि किसानों को अगले दिन ही दे दी जाती है. इस समय राज्य में 18,060 किसान जैविक सब्जी का उत्पादन कर रहे हैं. इसकी बिक्री कृषि विभाग की बिहार स्टेट सीड एंड आर्गेनिक सर्टिफिकेशन एजेंसी कर रही है.
बिहार स्टेट सीड एंड आर्गेनिक सर्टिफिकेशन एजेंसी के निदेशक सुनील कुमार पंकज ने बताया कि अभी बक्सर, भोजपुर, पटना, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, मुंगेर, खगडिय़ा, भागलपुर, कटिहार, नालंदा, बेगूसराय और लखीसराय के किसान जैविक खेती कर रहे हैं और कृषि विभाग उन्हें दुकान दे रहा है. कृषि विभाग ने पटना के फतुहा में जैविक फॉर्म विकसित किया है. यहां विभाग स्वयं जैविक सब्जी का उत्पादन कर रहा है. विभाग की पहल पर 13 हजार एकड़ में जैविक सब्जी की खेती हो रही है. जैविक खेती कृषि विज्ञानियों की देखरेख में की जा रही है.