जिम ट्रेनर फायरिंग मामला: डॉ राजीव बोले.. 1100 कॉल किसी का कैरेक्टर तय नहीं करता, एक महिला टीचर नहीं बुला सकती? गलती एक साइड से नहीं होती

जिम ट्रेनर फायरिंग मामला: डॉ राजीव बोले.. 1100 कॉल किसी का कैरेक्टर तय नहीं करता, एक महिला टीचर नहीं बुला सकती? गलती एक साइड से नहीं होती

PATNA : जिम ट्रेनर पर फायरिंग के मामले में डॉ राजीव सिंह और उनकी पत्नी खुशबू सिंह पर गंभीर आरोप लगे हैं. पुलिस से इन दोनों से पूछताछ भी कर चुकी है. जिम ट्रेनर विक्रम लगातार का आरोप लगा रहा है कि उसके ऊपर हमला कराने वाले डॉक्टर राजीव सिंह और उनकी पत्नी खुशबू सिंह है. आईसीयू में इलाज करा रहे विक्रम का ताजा वीडियो सामने आया है, जिसमें उसने आरोप लगाया है कि खुशबू सिंह उसके साथ जबरन संबंध रखना चाहती थी. जब उसने इनकार किया तो वह बदले की भावना से भड़क उठी.


इन तमाम आरोपों के बीच डॉ राजीव सिंह ने खुद को बेकसूर बताया है और अब पहली बार अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए राजीव सिंह ने अपनी सफाई दी है. राजीव सिंह के ऊपर जो आरोप लगे हैं. इस मामले में वह मीडिया के ऊपर ही निशाना साध रहे हैं. अपनी सफाई में डॉक्टर राजीव सिंह ने लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा है. राजीव सिंह के मुताबिक 1100 कॉल किसी महिला या पुरुष के चरित्र का प्रमाण नहीं दे सकता. राजीव सिंह की पत्नी खुशबू सिंह और जिम ट्रेनर विक्रम के बीच चंद महीनों में 1100 कॉल की बात सामने आई है. पुलिस ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि जिम ट्रेनर और डॉ राजीव सिंह की पत्नी खुशबू सिंह के बीच लंबी लंबी बातचीत फोन कॉल पर हुई.


इन तमाम चीजों के बीच बुधवार को डॉ राजीव सिंह ने फर्स्ट बिहार से बातचीत की और कहा कि वे और उनकी पत्नी बेगुनाह है. लोकतंत्र में कोई भी किसी पर आरोप लगा सकता है. पुलिस जांच कर रही है और जल्द ही वो नतीजे पर आएगी. पुलिस ने मुझसे और मेरी पत्नी से बातचीत की थी और फिर बाद में हमें जाने के लिए कह दिया गया.


वायरल ऑडियो के बारे में डॉ राजीव सिंह ने कहा कि जिम ट्रेनर विक्रम के साथ हमारा संबंध लगभग 2 साल से है. लॉकडाउन में आदमी किसी से भी बहुत कम मिलता जुलता था. और इस दौरान सारी चीजें ऑनलाइन ही होती थीं. विक्रम ने एडवांस में पैसा लिया था. मैडम ही उसको पैसा दी थी. डॉ राजीव ने कहा कि अगर कोई लड़की किसी से अच्छे से बातचीत करने लगे तो कोई समझता है कि इज्जत दे रही है. तो कोई समझता है कि प्यार करने लगी है. अगर ऐसी बात है तो ये सामने वाले की सोच की गलती है.


कैरेक्टर उछालने को लेकर डॉ विक्रम ने कहा कि आज के ज़माने में कोई इसी से अच्छे से बात कर लेता है. अगर घर में किसी प्रकार की कोई दिक्कत हो. किसी को कोई परेशानी हो. तो इन बातों को कोई इसी से शेयर करता है. डॉ राजीव ने कहा कि मुझे कोरोना हो गया था. मैं बहुत ज्यादा सीरियस था. ऐसी हालत थी कि मुझे वेंटिलेटर पर जाना पड़ सकता था.


ऐसी स्थिति में कोई उसी व्यक्ति से बातचीत करता है, जो उसके शुभचिंतक हों या करीबी हों. इस दौरान अगर कोई ज्यादा केयर करने लगता है तो इमोशनल बातें भी हो जाती हैं. अगर विक्रम मेरी पत्नी पर आरोप लगा रहा है कि खुशबु उसके पीछे पड़ी थी. मेरा ये किया था. तो एक चीज समझ लीजिये. अगर कोई किसी के साथ इमोशनल होता है. अगर किसी से दोस्ती भी होती है तो कभी भी वो अपने फ्रेंड की बुराई नहीं करेगा.