PATNA : राजधानी पटना में बिहार पुलिस के एक DSP का कारनामा सामने आया है. DSP पर आरोप लगा है कि पटना के एक मकान पर कब्जे के लिए उसने बुजुर्ग दंपती को जमकर पीटा और फिर पिस्टल के बल पर कागजात पर साइन करा लिया. बुजुर्ग पति पत्नी डीएसपी के आतंक को लेकर पुलिस थाने में चक्कर लगाते रहे लेकिन साहब के खिलाफ कौन एक्शन लेता. ऐसे में उन्होंने कोर्ट में अर्जी लगाई और कोर्ट के आदेश से FIR दर्ज की गई है.
भागलपुर में तैनात है डीएसपी
कोर्ट के आदेश पर भागलपुर के यातायात डीएसपी आशीष कुमार सिंह के खिलाफ बुजुर्ग दंपती से मारपीट और पिस्टल के बल पर स्टांप पेपर पर साइनकराने का केस कदमकुआं थाने में कराया गया है. इस मामले में कदमकुआं के दारोगा अमित कुमार समेत दो सिपाहियों को भी नामजद किया गया है.सीएजीएम के आदेश पर थाना में केस दर्ज किया गया है. पटना के SSP ने इस मामले की जांच का आदेश सिटी एसपी (मध्य) को दिया है.
दरअसल, सिविल कोर्ट से सेवानिवृत्त 72 वर्षीय विजय कुमार सिंह ने सीजीएम की कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया था. उसमें कहा गया था कि उनकी पत्नी के नाम से नाला रोड स्थित कालेजिएट गली में मकान है. विजय कुमार सिंह ने कहा है कि उनके बड़े बेटे बिजेंद्र कुमार सिंह शारीरिक रूप से लाचार हैं। वह बिस्तर से उठ नहीं सकते हैं.
केस में विजय कुमार सिंह ने आरोप लगाया गया है कि उनकी बहू साधना सिंह उस मकान को अपने नाम पर लिखने के लिए जबरन दबाव बना रही थी. जब उन्होंने इससे इनकार किया तो बहू साधना ने नौ सितंबर को अपने परिवार के आशीष कुमार सिंह और दूसरे रिस्तेदारों को बुला लिया. आशीष कुमार सिंह बिहार पुलिस का डीएसपी है. उसने वर्दी का रौब दिखाते हुए बुजुर्ग विजय कुमार सिंह और उनकी पत्नी के साथ मारपीट की.
बुजुर्ग व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि DSP ने उनकी पत्नी का बाल पकड़कर पटक दिया. विजयकुमार सिंह पीड़ित नेडीएसपी का घर में घुसते हुए वीडियो बनाया था. उस वीडियो को साथ ले जाकर उन्होंने थाने में लिखित शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
थाने ने भी की गुंडागर्दी
पीड़ित का आरोप है कि थाने में शिकायत करने के बाद दूसरे दिन थाने का दारोगा अमित कुमार दो सिपाहियों को साथ उनके घर पहुंचा. दारोगा ने भी बहू के नाम पर मकान लिखने के लिए धमकाया और चला गया. पीड़ित व्यक्ति विजय कुमार सिंह ने इसकी शिकायत एसएसपी कार्यालय में आवेदन देकर की थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई.
इसके बाद कोर्ट में अर्जी दे कर कार्रवाई की गुहार लगाई गई. पटना की सीजेएम कोर्ट ने पुलिस को FIR दर्ज करने का आदेश दिया. अब FIR दर्ज हुई है. मामला डीएसपी का है लिहाजा इसकी जांच सिटी एसपी को सौंपी गई है.