ब्रेकिंग न्यूज़

Junior Engineer Missing: पथ निर्माण विभाग के जूनियर इंजीनियर लापता, डिप्रेशन का थे शिकार Air Conditioner: गर्मी से बेहाल बिहार! एयर कंडीशनर की मांग में रिकॉर्ड तोड़ उछाल! Bihar Crime News: नवविवाहिता की मौत के बाद अँधेरे में दाह संस्कार कर रहे थे ससुराल वाले, पुलिस को देख हुए फरार DY Chandrachud: पूर्व चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ अब बनेंगे प्रोफेसर? छात्रों को देंगे न्याय की क्लास! Bihar News: शिक्षिका ने विद्यार्थियों के कड़ा-रक्षा सूत्र पहनने पर लगाईं रोक, मारपीट के भी आरोप Bihar crime: सरकारी नौकरी ज्वॉइन करने से पहले ही...! पटना की युवती की बेरहमी से हत्या, करीबी दोस्त पर शक Bihar Crime News: खुद को बड़ा बाबू बता साइबर अपराधियों ने युवक से ठगे लाखों रुपए, एक गलती और सब बर्बाद Bulldozer action on Reetlal Yadav: आरजेडी विधायक रीतलाल के गांव में चला बुलडोजर! 17 दुकानें चंद मिनटों में जमींदोज Bihar Crime News: पैक्स अध्यक्ष पुत्र की गोली मारकर हत्या, परिजनों और समर्थकों का जमकर हंगामा Bihar Road News: 182 करोड़ खर्च कर गंगा तटबंध पर नई सड़क का निर्माण, ट्रैफिक जाम से मिलेगा हमेशा के लिए निजात

पटना के ठेकेदार से 1.5 करोड़ की ठगी, लोन देने के नाम पर कभी मुंबई तो कभी दिल्ली बुलाता था शातिर

1st Bihar Published by: Updated Thu, 24 Nov 2022 08:34:09 AM IST

पटना के ठेकेदार से 1.5 करोड़ की ठगी, लोन देने के नाम पर कभी मुंबई तो कभी दिल्ली बुलाता था शातिर

- फ़ोटो

PATNA : राजधानी पटना का एक ठेकेदार ठगी का शिकार बन गया। मुंबई और दिल्ली के ठगों ने उससे एक करोड़ पांच लाख से ज्यादा की ठगी कर ली। प्रोजेक्ट लोन देने के नाम पर ठगों ने पहले पीड़ित को अपने जाल में फंसा लिया और बाद में जो हुआ उसका ठेकेदार को कभी अंदाज़ा भी नहीं था। डॉक्टर कॉलोनी स्थित महेंद्र लोक अपार्टमेंट में रहने वाले सुयश कुमार ने कंकड़बाग थाने में एफआईआर दर्ज करवायी है। 




दरअसल, सुयश की कंपनी राज्य और केंद्र सरकार के सरकारी उपक्रम में निर्माण कार्य का ठेका लेती है। लेकिन उन्हें किसी प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से लोन लेना था। उन्होंने एक अपने पहचान के एक शख्स राजेश कुमार से लोन के बारे में पूछा। इसके बाद राजेश ने उस ठेकेदार को अशोक नारायण शेट्टी (ठाणे, महाराष्ट्र), अजीत लक्ष्मण (नासिक, महाराष्ट्र), सागर अशोक चौधरी (पुणे, महाराष्ट्र) से मिलवाया। इन्होंने बताया कि वे बैंकॉक की कंपनी इंडस्ट्रियल फाइनेंस कॉरपोरेशन ऑफ थाइलैंड (आईएफसीटी) के कर्मी हैं। 3 अक्टूबर को सभी ने ठेकेदार के कार्यस्थलों का निरीक्षण किया। सभी ने सुयश को लोन के लिए एग्रीमेंट साइन करने को कहा। अगले दिन सभी का फ्लाइट का टिकट सुयश ने ही मुंबई के लिए बुक कराया। 




मुंबई में उनकी मुलाकात आकाश किश्नानी से हुई। वो तारीख 11 अक्टूबर की थी जब उन्हें कहा गया कि दूसरे शेयर होल्डर का सिग्न हो गया, जिसके बाद वे दिल्ली चले गए। ठगों ने उन्हें एक ट्रॉली बैग दिया था, जिसमें स्टांप पेपर रखे होने की बात कही थी। उसे भी गायब कर दिया गया। इसके बाद दोबारा उन्हें स्टांप खरीदने को कहा गया। लेकिन ठेकेदार ने मना कर दिया। सुयश को दोबारा पांच करोड़ का लोन देने के नाम पर जाल बिछाया गया। ठगों ने उन्हें 2.85 प्रतिशत प्रोसेसिंग फी और पीडीसी चेक देने को कहा। 22 अक्टूबर को ठग उनके ऑफिस पहुंचे, जहां प्रोसेसिंग फी के नाम पर उन्होंने दोबारा 15 लाख 25 हजार दे दिए। ठग रुपए मौर्य कॉम्पलेक्स स्थित एक एजेंट के यहां जमा करने की बात कहकर निकल गए। ठेकेदार के होश उस वक्त उड़ गए जब उसने सभी को फ़ोन करना शुरू किया लेकिन सबका मोबाइल ऑफ बताने लगा । सुयश को समझते देर नहीं लगी कि वे ठगी के शिकार हुए हैं।