PATNA : पटना के पारस हॉस्पीटल में कोरोना का इलाज कराने आयी एक महिला के साथ आईसीयू में रेप के बाद मौत के आऱोपों की पुलिस जांच तेज कर दी गयी है. मामले की जांच कर रही पटना की शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने गुरूवार को अस्पताल पहुंच कर गहन जांच पड़ताल की. उधर पीडिता के इलाज में गडबड़ी हुई या नहीं इसकी जांच मेडिकल टीम करेगी.
पुलिस ने जब्त किया सीसीटीवी फुटेज
शास्त्री नगर थाना पुलिस ने गुरूवार को पारस अस्पताल के आईसीयू के बाहर लगे सीसीटीवी टीवी फुटेज को जब्त कर लिया. पुलिस इस फुटेज को खंगालने में लगी है. पुलिस को अस्पताल प्रबंधन ने जानकारी दी है कि जिस दिन की ये घटना बतायी जा रही है उस दिन आईसीयू में दस कर्मचारी तैनात थे. पुलिस ने सब के डिटेल मांगे हैं. वहीं आईसीयू में रेप की घटना के दिन भर्ती दूसरे मरीजों के नाम, पता और मोबाइल नंबर भी लिये गये हैं. पुलिस दूसरे रोगियों से भी पूछताछ कर सकती है.
मेडिकल बोर्ड जांच करेगी
उधर पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि पीडित महिला का इलाज सही तरीके से किया गया इसकी जांच मेडिकल टीम करेगी. जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन डॉक्टरों की एक टीम गठित करने जा रहा है. ये टीम देखेगी कि बीमार महिला को कौन सी दवायें दी गयीं थी और कैसे इलाज किया गया था. जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी. गौरतलब है कि महिला की बेटी ने आरोप लगाया है कि उसकी मां को पारस अस्पताल संचालकों ने अपना गुनाह छिपाने के लिए मार डाला है.
पारस अस्पताल के खिलाफ देशभर में आक्रोश
उधर पारस अस्पताल के खिलाफ देश भर में आक्रोश फूट पड़ा है. गुरूवार को ट्वीटर पर काफी देर तक शट डाउन पारस हॉस्पीटल टॉप पर ट्रेंड करता रहा. देश भर के लोगों ने पारस अस्पताल को बंद करने की मांग की. वहीं पटना में आइसा, एआईएसएफ, बिहार महिला समाज जैसे संगठनों ने प्रतिरोध मार्च निकाल कर पारस अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. जाप अध्यक्ष पप्पू यादव ने भी पारस अस्पताल को सरकार के कब्जे में लेने की मांग करते हुए नीतीश कुमार पर गंभीर सवाल ख़डे किये है.