पटना के मैरीन ड्राइव के लिए बस 8 महीने का इंतजार, अगले साल से दीघा से गांधी मैदान तक दौड़ेंगी गाडियां

पटना के मैरीन ड्राइव के लिए बस 8 महीने का इंतजार, अगले साल से दीघा से गांधी मैदान तक दौड़ेंगी गाडियां

PATNA : पटना में गंगा नदी किनारे बन रहे गंगा पथ के लिए लोगों को अब सिर्फ 8 महीने तक इंतजार करना होगा. पटना के मैरीन ड्राइव नाम से जाने वाले इस रोड का एक हिस्सा अगले साल के अगस्त तक तैयार हो जायेगा. दीघा से गांधी मैदान के पास एएन सिन्हा इंस्टीच्यूट तक गाड़ियों का परिचालन अगले अगस्त में शुरू कर दिया जायेगा. हालांकि पूरी परियोजना दीघा से लेकर दीदारगंज तक का है. इसे पूरे तरह कम्प्लीट करने के लिए दिसंबर 2022 तक का समय तय किया गया है.


निरीक्षण के बाद मंत्री का एलान
बिहार के पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार को गंगा पथ का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से गंगा पथ के काम में अड़चन आ रही थी, जिससे काम रूक सा गया था. लेकिन अब सारे गतिरोध को दूर कर लिया गया है. इसके बाद गंगा पथ को पूरा करने का काम तेज कर दिया गया है. इसका काम पूरा करने के लिए समयसीमा तक कर दी गयी है. अगले अगस्त तक दीघा से ए एन सिन्हा तक गंगा पथ पूरा हो जायेगा. दिसंबर 2022 तक पूरे गंगा पथ का काम हो जायेगा.


क्या है गंगा पथ 
पटना का गंगा पथ या मैरीन ड्राइव गंगा नदी किनारे दीघा से दीदारगंज तक बनने वाली 20.50 किमी लम्बी सड़क है. राज्य सरकार इस परियोजना को पूरा करने के लिए लगभग 3400 करोड़ रूपये खर्च कर रही है. साढ़े बीस किलोमीटर लंबी इस सड़क का 11.70 किलोमीटर हिस्सा एलीवेटेड होगा. वहीं बाकी  का 8.80 किलोमीटर हिस्सा गंगा नदी के बांध पर बनेगा. गांधी मैदान के पास एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट से गायघाट, कंगनघाट होते हुए पटना घाट और धर्मशाला घाट से पुराने नेशनल हाईवे दीदारगंज तक की सड़क एलीवेटेड होगी. वहीं बाकी हिस्सा नदी के बांध पर होगा. सरकार ने अशोक राजपथ पर ट्रैफिक के बढ गये दबाव को कम करने के लिए मैरीन ड्राइव की तर्ज पर रोड बनाने का फैसला लिया था.


आठ स्थानों पर होगा एंट्री गेट, PMCH के लिए अलग व्यवस्था
गंगा पथ पर एंट्री या निकास के लिए आठ स्थानों पर संपर्क पथ बनाये जाने हैं. दीघा से शुरू होगी सड़क पर पहले एंट्री या निकास का संपर्क पथ LCT घाट पर बनेगा. उसके बाद गांधी मैदान के पास ए एन सिन्हा इंस्टीच्यूट के पास संपर्क पथ बनेगा. मैरीन ड्राइव से अशोक राजपथ से संपर्कता के लिए PMCH , कृष्णा घाट, गायघाट, कंगन घाट, पटना घाट में संपर्क पथ होगा. इसे आखिरी छोर दीदारगंज में पुराने राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 30 से जोड़ दिया जायेगा. 


गंगा पथ से PMCH तक मरीजों के आने-जाने के लिए विशेष रूप से 4 लेन की सड़क से कनेक्टिविटी दी जा रही है. वहीं, दीघा में एम्स-दीघा पथ, जेपी सेतु और आर ब्लॉक-दीघा पथ से गंगा पथ को कनेक्ट करने के लिए वर्ल्ड क्लास के रोटरी का निर्माण किया जा रहा है. इससे इन तीनों सड़कों से आने वाली गाडिया आसानी से गंगा पथ पर जा सकेंगी.


मैरीन ड्राइव के किनारे वाकिंग ट्रैक
गंगा पथ की शुरूआत के लगभग 6 किलोमीटर में रोड के किनारे 5 मीटर का हरित पट्टी बनेगा, जहां पेड़ पौधे लगाये जायेंगे. वहीं 5 मीटर का वाकिंग ट्रैक भी होगा,जिससे लोग नदी किनारे टहल सकेंगे. गंगा पथ के निर्माण से आम लोगों को पैदल गंगा नदी तक पहुंचने में दिक्कत नहीं हो इसके लिए 13 स्थानों पर अंडर पास का निर्माण करा जा रहा है. इससे लोग धार्मिक या सामाजिक काम के लिए गंगा तट तक पहुंच पायेंगे.