PATNA: पटना के प्रसिद्ध महावीर मन्दिर में नये साल के पहले दिन भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सुबह 5 बजे जागरण आरती के बाद पट खुलते ही महिला, पुरुष, बच्चे सभी अपने आराध्य के दर्शन-पूजन को उमड़ पड़े। कड़ाके की ठंढ के बावजूद सुबह 4 बजे से ही भक्तों की लाइन महावीर मन्दिर के प्रवेश द्वार के बाहर लगने लगी। कुछ घंटों में महिला और पुरुष भक्तों की अलग-अलग पंक्तियां जीपीओ गोलंबर से आगे बढ़ते हुए वीर कुंवर सिंह पार्क के सामने से होते हुए आर ब्लॉक के पास जा पहुंचीं।
इधर, सुबह 5.15 बजे बजरंगबली के दोनों विग्रहों और राम दरबार वाले गर्भगृह का पट खुलते ही भक्तों के दर्शन और प्रसाद चढ़ाने का सिलसिला शुरू हुआ जो पट बन्द होने तक जारी रहा। भक्तों की कुल संख्या दो लाख से अधिक होने का अनुमान किया गया है। महावीर मन्दिर के उत्तर स्थित प्रवेश द्वार के बाहर शाम 5 बजे तक भक्तों की पंक्ति लगी रही। उसके बाद मन्दिर परिसर के भीतर पंक्तियों में भक्त दर्शन के लिए आगे बढ़ते रहे। कड़ाके की ठंढ के बीच भक्तों का उत्साह देखने लायक रहा।
मन्दिर परिसर और उसके बाहर जय श्रीराम, जय हनुमान के जयकारे पूरे दिन लगते रहे। महावीर मन्दिर प्रबंधन की ओर से भक्तों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा गया। भक्तों की शीत और ठंढ से राहत दिलाने के लिए मन्दिर परिसर में टेन्ट की व्यवस्था की गई थी। मन्दिर प्रांगण में दर्जनों पंक्तियों में लगे भक्तों के लिए बड़ा एलईडी स्क्रीन लगाया गया था। एक एलईडी स्क्रीन मन्दिर के प्रवेश द्वार के निकट लगाया गया था। उन दोनों स्क्रीन पर गर्भगृह का सीधा प्रसारण किया जाता रहा। पूरे दिन मन्दिर परिसर में और उसके बाहर पंक्तियों में महावीर हनुमान के दर्शन की प्रतीक्षा करनेवाले भक्तों को एलईडी स्क्रीन पर हनुमानजी के दर्शन होते रहे।
महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ प्रबंधन से लेकर भक्तों की सहुलियत के लिए सभी संभव उपाय किए गये। अस्थाई मंच और सूचना केन्द्र से आवश्यक सूचनाएं माइक के जरिये प्रसारित की जा रही थीं। भक्तों को अपने परिजनों से बिछुड़ने अथवा कोई सामग्री खो जाने की त्वरित सूचना प्रसारित होने से भक्तों की समस्याओं का तुरन्त समाधान किया जाता रहा। मन्दिर के निकास द्वार के पहले महावीर मन्दिर न्यास द्वारा संचालित महावीर आरोग्य संस्थान की ओर से प्राथमिक उपचार केन्द्र स्थापित किया गया था।
पुलिस-प्रशासन की ओर से सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी और पुलिस पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गये थे। जिला प्रशासन की ओर दंडाधिकारी भी प्रतिनियुक्त थे। महावीर मन्दिर की ओर से भक्तों की सहायता के लिए 100 निजी सुरक्षाकर्मी और 50 स्वयंसेवक तैनात किए गये थे। गर्भगृह में भक्तों को शीघ्र दर्शन और प्रसाद चढ़ाने के लिए 15 पुजारी लगाये गये थे। इस अवसर पर अयोध्या से 6 पुजारी बुलाए गए थे। सुरक्षा और एहतियात के लिए सीसीटीवी कैमरों से सतत् निगरानी रखी गयी।
पहली जनवरी को महावीर मन्दिर में लगभग साढ़े 12 हजार किलो नैवेद्यम की बिक्री हुई। महावीर मन्दिर के प्रवेश द्वार के समीप नैवेद्यम के 10 काउंटर लगाए गये थे। आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि दो जनवरी को नये साल का पहला मंगलवार होने के कारण भक्तों की संख्या अधिक रहने की संभावना है। मंगलवार को मिलाकर नैवेद्यम की बिक्री 20 हजार किलो से ज्यादा होने की संभावना है।