PATNA : कोर्ट रूम में लगी शीशे की भारी भरकम दीवार. दीवार के एक तरफ बहस करते वकील तो दूसरी तरफ उसे सुन रहे जज. कोर्ट रूम में सिर्फ चार वकीलों की एंट्री. बाकी वकील कोर्ट रूम के बाहर अपनी बारी आने का इंतजार करते रहे. सोमवार को पटना हाईकोर्ट में फिजिकल सुनवाई शुरू हुई तो ऐसा ही नजारा दिखा. ऐसे कोर्ट रूम की कल्पना भी कोरोना काल से पहले नहीं की गयी होगी.
हाईकोर्ट में शुरू हो गयी फिजिकल सुनवाई
दरअसल कोरोना शुरू होने के बाद काफी दिनों तक कोर्ट बंद रहे. बाद में ऑनलाइन सुनवाई शुरू हुई. हाईकोर्ट ने फैसला लिया कि इस सोमवार से फिजिकल सुनवाई होगी. इसकी शुरूआत हो गयी. हाईकोर्ट का माहौल पूरी तरह से बदला हुआ था. वकीलों को कोर्ट परिसर में प्रवेश करने के लिए ई-पास लेने को कहा गया था. जिनके पास ई-पास था वे गेट नंबर तीन से कोर्ट परिसर के अंदर आये. जब उनके केस की सुनवाई शुरू हुई तो उन्हें कोर्ट रूम में जाने का मौका मिला. कोर्ट रूम में शीशे की मोटी दीवार लगी थी. जिसके दूसरी ओर जज बैठे थे.
कोर्ट रूम में वकीलों के लिए सिर्फ चार कुर्सियां रखी गयी थीं. सिर्फ केस से संबंधित वकीलों को ही कोर्ट रूम में जाने की इजाजत मिली. बाकी वकीलों के लिए बरामदे में कुर्सियां लगी थी, वे वहां बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर सकते थे. शीशे की दीवार के बीच में पेशकार और कोर्ट कर्मचारियों के बैठने की जगह बनायी गयी थी.
सिर्फ एक गेट से वकीलों को मिली एंट्री
हाईकोर्ट प्रशासन ने परिसर के सिर्फ एक गेट को खोलन की अनुमति दी है. इसी गेट से वकीलों को एंट्री मिली. वो भी उन्हें जिन्होंने ई-पास ले रखा था. एक ही गेट से एंट्री के कारण वकीलों को परेशानी हुई जिसके बाद उनकी पुलिसकर्मियों से कहा सुनी भी हुई. शुरू में थोड़ी अफरा तफरी हुई लेकिन बाद में सब सामान्य हुआ और ई-पास के जरिये वकीलों को कोर्ट परिसर में जाने दिया गया. लेकिन एंट्री से पहले सबकी जांच टेम्प्रेचर मशीन से की गयी. हाथों को सेनेटाइज कराया गया.
फरियादी गेट से बाहर
हाईकोर्ट प्रशासन ने फरियादियों को कोर्ट परिसर में एंट्री की अनुमति नहीं दी है. पहले फरियादी कोर्ट परिसर में आकर अपने वकीलों से मिलते थे. लेकिन कोरोना के बाद कोर्ट खुला तो व्यवस्था बदल गयी है. फरियादियों की कौन कहे, वकीलों में से भी उन्हीं को प्रवेश की अनुमति मिली, जिनके मामले की सुनवाई थी और उन्होंने एंट्री का पास ले रखा था. हाईकोर्ट में हुई व्यवस्था के मुताबिक जिन वकीलों के जितने मुकदमे होंगे, उतने ही ई-पास उन्हें ऑनलाइन उपलब्ध कराए जाएंगे. कोर्ट में सुनवाई खत्म होते ही उन्हें परिसर से बाहर निकल जाना होगा. हाईकोर्ट का न वकालतखाना खुलेगा और ना ही कैंटीन.
जरूरी मामलों की हुई सुनवाई
पटना हाईकोर्ट में आज फिजिकल सुनवाई के पहले दिन 12 बेंच में सुनवाई हुई. पहली पाली में चीफ जस्टिस के साथ जस्टिस राजीव रंजन प्रसाद के डबल बेंच ने मामलों की सुनवाई की. वहीं 11 सिंगल बेंच में भी मामला सुना गया. दूसरी पाली में जस्टिस हेमंत कुमार श्रीवास्तव और आर के मिश्रा की डबल बेंच में और 10 सिंगल बेंच में सुनवाई हुई. हर कोर्ट में सिर्फ 25 मामलों की ही सुनवाई हुई. जिन मामलों पर पहले दिन सुनवाई हुई उनमें जमानत और क्रिमिनल अपील के मामले शामिल थे.