PATNA : डेंटल कॉउंसिल ऑफ़ इंडिया ने पटना डेंटल कॉलेज में नए सत्र के नामांकन पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही साथ 2022-23 सत्र में नमांकन की मान्यता रद्द करने संबंधी प्रस्ताव भी दिया है। इसको लेकर डेंटल कॉउंसिल ऑफ़ इंडिया ने केंद्र सरकार से सिफारिश की है। इसके बाद डीसीआई की सिफारिश पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने पटना डेंटल कॉलेज के प्राचार्य से पक्ष रखने को कहा।
वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के तरफ से दिए गए समय के अनुसार दो दिसंबर को पक्ष रखने गए प्राचार्य को राज्य के स्वास्थ्य विभाग से कर्मियों को दूर करने संबंधी सहमति पत्र नहीं मिला। मजबूरी में प्राचार्य ने अपने स्तर पर कमियों को दूर करने संबंधी सहमति पत्र दाखिल किया। इसके बाद केंद्र उनके इस पक्ष से कितना संतुष्ट है, यह जल्द ही मालूम चल जायेगा। लेकिन, फिलहाल नए सत्र में नामांकन पर रोक लगा दिया गया है।
बता दें कि, इससे पहले डीसीआई की तीन सदस्यीय टीम द्वारा तीन बार पटना डेंटल कॉलेज का निरिक्षण किया गया। हर बार निरिक्षण को आई टीम द्वारा हर बार कोई न कोई कमियां उजागर की गयी। इन कमियों को तत्काल दूर करने का निर्देश भी दिया गया। लेकिन, इसके बावजूद अभी तक इन कमियों को दूर नहीं किया गया। जिसके बाद अब डीसीआई ने कॉलेज की मान्यता रद्द करने की सिफारिश केंद्र सरकार में कर दी है।
इधर, इसको लेकर पटना डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ मनोज कुमार ने बताया कि कॉलेज में नए सत्र में नामांकन होगा या नहीं इसका निर्णय केंद्र सरकार लेगी। लेकिन, जिन कमियों को लेकर सरकार से सहमति की मांग की गई थी वह उन्हें नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि, मैंने अपना पक्ष रखने के दौरान केंद्रीय टीम को हाल ही में सरकार द्वारा कॉलेज में दी गई सुविधाओं की उपलब्धता की जानकारी भी दी गई है। हमारे तरफ से बताया गया है कि, एक ओपीजी मशीन एक कंप्यूटर और प्रिंटर समेत कुल 1 7 प्रकार के उपकरण कॉलेज को उपलब्ध कराए गए हैं।