पटना में 3 नवम्बर को धूमधाम के साथ मनाया जाएगा चित्रगुप्त पूजा, 50 से अधिक प्रतिमाओं का नौजर घाट पर होगा सामूहिक विसर्जन

पटना में 3 नवम्बर को धूमधाम के साथ मनाया जाएगा चित्रगुप्त पूजा, 50 से अधिक प्रतिमाओं का नौजर घाट पर होगा सामूहिक विसर्जन

PATNA: कलम जीवियों के आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त की पूजा व भैया दूज का त्योहार रविवार 3 नवम्बर को धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। शुक्रवार की शाम नौजर घाट स्थित श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर में होने वाले पूजन की जानकारी देते हुए पूर्व सांसद सह मंदिर समिति के अध्यक्ष डॉ आरके सिन्हा ने कहा कि मंदिर में तीन नवंबर को होने वाली सामूहिक पूजा की तैयारी पूरी कर ली गयी है।


शाम को महाआरती व भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। इसके अगले दिन सोमवार को शहर भर में स्थापित 50 से अधिक भगवान चित्रगुप्त की प्रतिमाओं का सामूहिक विसर्जन चित्रगुप्त नौजर घाट पर होगा। उन्होंने बताया की शहर में स्थापित भगवान श्री चित्रगुप्त की प्रतिमा बेली रोड स्थित सहाय सदन में एकत्रित होगी और वहां से शोभायात्रा निकल कर नौजर घाट स्थित श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर पहुंचेगी। 


यहां पर सभी प्रतिमाओं की सामूहिक आरती होगी। इसके बाद चित्रगुप्त घाट पर विसर्जन किया जाएगा। इस दिन सम्मान समारोह का भी आयोजन होगा। उन्होंने बताया की आयोजन में मुख्यमंत्री के भी आने की संभावना है। डॉ सिन्हा ने कहा कि आज के समय में हर जाति- ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र, जो पढ़ने-लिखने, न्याय, खाता-बही, या गुप्त कार्यों (जैसे इंटेलिजेंस, कंप्यूटर साइंस) से जुड़े हैं, भी इस पूजा में शामिल हो रहे हैं। 


उन्होंने कहा कि कथा के अनुसार, एक बार लक्ष्मी और दरिद्रता देवी के बीच सुंदरता को लेकर विवाद हो गया। वे इसका निर्णय जानने शिवजी के पास गई, जिन्होंने उन्हें किसी कायस्थ से पूछने की सलाह दी। जब वे एक कायस्थ के पास पहुंची, तो उसने उन्हें घर के सामने पीपल तक जाकर लौटने को कहा। लौटने पर उसने दरिद्रता से कहा, "आप जाते समय सुंदर लगती हैं," और लक्ष्मी से कहा, "आप आते समय अद्भुत सुंदर लगती हैं।" इसके बाद दरिद्रता ने कायस्थों के घर आना छोड़ दिया, और लक्ष्मी जी स्थायी रूप से वहां बस गईं। संवाददाता सम्मेलन में उपाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा, सुदामा प्रसाद सिन्हा, रत्ना सिन्हा, निर्मल कुमार श्रीवास्तव, प्रभात कुमार, शालिनी सिन्हा समेत अन्य मौजूद थे।