पटना एम्स से बेतिया तक फोरलेन का इस साल होगा निर्माण शुरू, इन जिलों को मिलेगा फायदा

पटना एम्स से बेतिया तक फोरलेन का इस साल होगा निर्माण शुरू, इन जिलों को मिलेगा फायदा

PATNA: पटना एम्स से बेतिया तक लगभग 167 किमी लंबाई में एनएच 139 डब्ल्यू फोरलेन सड़क का निर्माण इस साल शुरू किया जाएगा। यह सड़क पटना एम्स से शुरू होकर सोनपुर होते हुए वैशाली-मानिकपुर-साहेबगंज-अरेराज होते हुए बेतिया एनएच-727 में मिल जाएगी। इसके लिए अधिकांश भूमि अधिग्रहण किया जा चुका है। वहीं अरेराज से बेतिया के बीच भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अभी जारी है। सड़कों का निर्माण 2023 तक और इस मार्ग में पड़ने वाले जेपी सेतु के समानांतर नए फोरलेन पुल का निर्माण 2025 तक होगी। राज्य के पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सारण, पूर्वी और पश्चिम चंपारण जिलों को लाभ होगा। 


निर्माण एजेंसी किया जायेगा चयन 

खबर के मुताबिक, फोरलेन सड़क का निर्माण पांच चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में पटना एम्स से सोनपुर, दूसरे चरण में बकरपुर (सोनपुर) से मानिकपुर, तीसरे चरण में मानिकपुर से साहेबगंज, चौथे चरण में साहेबगंज से अरेराज और पांचवें चरण में अरेराज से बेतिया सड़क का निर्माण किया जाएगा। पांचवें चरण में अरेराज से बेतिया लगभग 10 किमी सड़क पूर्वी चंपारण जिला और करीब 31 किमी सड़क पश्चिम चंपारण जिला के अंतर्गत है। वहीं पहले से चौथे चरण की सड़क बनाने के लिए टेंडर के जरिए निर्माण एजेंसी का चयन किया जाना है। जबकि नए एनएच को पिछले साल ही केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने मंजूरी दे चुकी है। 


मीठापुर-महुली सड़क का 2024 में होगा आवागमन शुरू 

पटना में करीब 8.86 किमी लंबाई में मीठापुर-महुली फोरलेन एलिवेटेड सड़क पर 2024 से आवागमन शुरू हो सकती है। इस सड़क का निर्माण करीबन 668 करोड़ रुपएये की लागत से बन रही है। जिसमें लगभग 60 फीसदी काम पूरा हो चूका है। इस पर आवागमन शुरू होने से पटना से गया, गया से बिहारशरीफ, बिहारशरीफ से बख्तियारपुर और बख्तियारपुर से पटना एनएच-83, एनएच-82, एनएच-31 और एनएच-30 से होकर गुजरेगा। 


बताया जाता है कि मीठापुर बस स्टैंड के पास चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान के पीछे से सिपारा फ्लाइओवर एनएच-30 तक और परसा से महुली तक जमीन पर और सिपारा से परसा तक 5.53 किमी एलिवेटेड का निर्माण किया जाएगा। साथ ही साथ इसमें सर्विस रोड का भी निर्माण किया जाएगा। सिपारा फ्लाइओवर से सिपारा गुमटी के दौरान सात पुल और चार पुलिया बनाई जाएगी। इस सड़क को बनाने में रेलवे की तरफ से जो दिक्कत आ रही थी, जिसका समाधान भी किया जा चूका है।