PATNA: जेल भेजे जाने से पहले कैदियों की टूनेट मशीन से कोरोना की जांच की जाएगी। इसे लेकर पटना के राजवंशी नगर स्थित लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में टूनेट मशीन की व्यवस्था की गयी है।
कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचा रखी है। इस वैश्विक महामारी से लोग काफी परेशान है। वही जेल प्रशासन ने कैदियों के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब नए कैदियों को जेल में लाने से पहले कोरोना सैंपल की जांच टूनेट से होगी। गिरफ्तारी के बाद नए कैदियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के पहले उनकी कोरोना जांच एंटीजन किट के जरिए की जाती है। एंटीजन जांच पूरी तरह से विश्वसनीय नहीं है।
ऐसे में कई बार पॉजिटिव होने के बावजूद एंटीजन से नेगेटिव रिपोर्ट आई। जांच रिपोर्ट शत प्रतिशत सही नहीं होने के कारण कैदियों के बीच संक्रमण का खतरा बना रहता है। अभी हाल ही में गोपालगंज जेल में ही बड़ी संख्या में कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गये थे। इस घटना ने जेल प्रशासन को दूसरे विकल्पों पर विचार करने को बाध्य किया और यही कारण है कि जेल प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए नए कैदियों की कोराना जांच टूनेट से कराने का फैसला लिया। अब जेल भेजे जाने से पहले कैदियों की टूनेट मशीन से कोरोना की जांच की जाएगी। इसे लेकर पटना के राजवंशी नगर स्थित लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में टूनेट मशीन की व्यवस्था की गयी है।
एलएनजेपी अस्पताल के निदेशक डॉ. सुभाष चंद्रा ने बताया कि जेल प्रशासन के आग्रह पर यह व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई है। उन्होंने बताया कि एंटीजन किट की सटीकता कम होने और RTPCR रिपोर्ट में विलंब की वजह से टूनेट से जांच का निर्णय लिया गया है। टूनेट की सटीकता RTPCR जैसी ही होती है।