PATNA : बेकाबू हुआ कोरोना लगातार पटना में कहर बरपा रहा है। पटना में बुधवार को रिकॉर्ड में मरीज मिले हैं। बुधवार को पटना में 1483 नए मरीजों की पहचान हुई जो अब तक के सबसे ज्यादा है। इससे पहले 10 अप्रैल को 1431 से संक्रमित मिले थे। 10 अप्रैल को पटना में 9 महीने बाद एक नया रिकॉर्ड बना था लेकिन यह रिकॉर्ड 5 दिन बाद ही टूट गया। इसके साथ ही पटना में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 8466 पहुंच गई है। बुधवार को इलाज के दौरान पटना में 8 मरीजों की मौत हो गई। जिनमें से चार की मौत पीएमसीएच में हुई। एनएमसीएच में 3 मरीजों की मौत हुई है जबकि पटना एम्स में एक मरीज ने दम तोड़ा।
बढ़ते संक्रमण के कारण पटना में अब माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 343 हो गई है। जिला प्रशासन ने नए केस मिलने के बाद लगातार कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाई है। पटना सदर अनुमंडल में फिलहाल 179 माइक्रो कंटेनमेंट जोन हैं जबकि बाढ़ अनुमंडल में 64, मसौढ़ी में 45, दानापुर में 26, पटना सिटी में 22, पालीगंज में 9 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। पीएमसीएच में बुधवार को 2043 लोगों की टेस्टिंग हुई जिसमें 144 नए मरीज पाए गए। यह सभी पीएमसीएच में एडमिट हैं। पटना एम्स में बुधवार को 19 नए मरीज मिले जबकि 6 मरीजों को इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
कोरोना से पटना में 8 मरीजों की मौत के अलावा अन्य जिलों में 19 लोगों की मौत हुई है। हालांकि सरकारी आंकड़ों में स्वास्थ्य विभाग में 21 मौतों की पुष्टि की है। अन्य जिलों से मिली जानकारी के मुताबिक नालंदा में तीन कोरोना मरीजों ने दम तोड़ा है जबकि औरंगाबाद, बक्सर, शेखपुरा और जहानाबाद में दो-दो मरीजों की मौत हुई है। सिवान में एक मरीज की मौत हुई है। नालंदा के जेडीयू के एक नेता की मौत पटना में हुई है। भागलपुर में पिछले 24 घंटे के अंदर 5 मरीजों ने दम तोड़ा है जिसमें भागलपुर, खगड़िया, कटिहार, बांका और साहिबगंज के रहने वाले एक-एक लोग शामिल हैं। बेगूसराय में भी एक मरीज की मौत हुई है।