पप्पू यादव ने की बिहार सरकार से मांग, पटना और मधेपुरा में लगाई जाए शरद यादव की आदमकद प्रतिमा

पप्पू यादव ने की बिहार सरकार से मांग, पटना और मधेपुरा में लगाई जाए शरद यादव की आदमकद प्रतिमा

PATNA: पूर्व केंद्रीय मंत्री, सामाजिक विचारक व जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव 12 जनवरी 2023 को 75 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। शरद यादव के निधन पर जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने गहरी संवेदना व्यक्त की। पप्पू यादव ने कहा कि शरद यादव को कभी भुलाया नहीं जा सकता। पप्पू यादव ने शरद यादव की याद में एक-एक आदमकद प्रतिमा पटना और मधेपुरा में लगाए जाने की मांग नीतीश सरकार से की है। कहा कि ऐसा कर हम शरद यादव जी को सच्ची श्रद्धांजलि दे पाएंगे। 


मकर संक्रांति के मौके पर पप्पू यादव ने पटना में यह बातें कही। उन्होंने नीतीश सरकार के समक्ष दिवंगत शरद यादव की आदमकद प्रतिमा को पटना और मधेपुरा में लगाए जाने की मांग की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति का पर्व आज पूरा देश मना रहा है। यह पर्व बिहार की साढ़े तेरह करोड़ लोगों की जिन्दगी में खुशहाली लेकर आगे यही प्रण करता हूं। 


इस दौरान जाप अध्यक्ष पप्पू यादव नेता, माफिया, पूंजीपति, लूटेरे और दलाल पर जमकर बरसे। कहा कि इन लोगों ने हर पर्व को हाइजैक कर लिया है। ऐसे लोगों के लिए पर्व-त्योहार और भगवान मजाकक बनकर रह गया है। ये लोग पर्व त्योहार को इस्तेमाल करते हैं खूब इन्जॉय करते हैं। पर्व में पैसे की वसूली करते है और अपने फेस भी चमकाते हैं। इन्हें नहीं मालूम की पर्व त्योहार आत्मा का परमात्मा के साथ मिलन है। इन लोगों का आत्मा ही बिखरा हुआ है तो कैसे परमात्मा से मिलन होगा। 


नेता, माफिया, पूंजीपति, लूटेरे और दलाल उजला कुर्ता पायजमा पहनते हैं चेहरे पर क्रीम पाउडर लगाते है क्या ऐसे सजधज कर परमात्मा से मिलन कोई करता है। ऐसे परमात्मा से मिलन नहीं होगा। ऐसे लोग भीतर के बिखराव को सजाए तभी परमात्मा से भेट होगा। पप्पू यादव ने कहा कि देश का निर्माण गरीब, मजदूर, किसान, युवा और महिलाए मिलकर कर रहे हैं लेकिन उसी को ऐसे लोग भगवान नहीं मानते।


नेता हर पर्व त्योहार में अहंकार और दिखावा करते हैं। करोड़ों का पंडाल बनाते है। पैसा वसूली करते हैं और आधा पैसा घर में ले जाते है। इसलिए सच्ची श्रद्धांजलि भीतर को सजाना और हर इंसान धर्म और मजहब और महापुरुष की इज्जत करना उसके लिए जीना है। पप्पू यादव ने कहा कि पर्व को उत्सव के तौर पर नहीं मनाना चाहिए। पर्व सिर्फ नेता,दलाल,माफिया का ना हो यह आम आदमी की सच्ची श्रद्धांजलि हो। इसलिए आज हम गरीबों के बीच हैं और सच्ची श्रद्धांजलि दे रहे हैं।