PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर दरभंगा से सामने आ रही है. जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो और मधेपुरा के पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू यादव की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है. दरभंगा स्थित डीएमसीएच में इलाज करा रहे पप्पू यादव इससे पहले पटना में भी निगेटिव पाए गए थे, जब पटना पुलिस ने इन्हें मदिरी स्थित आवास से गिरफ्तार किया था.
गिरफ्तारी के बाद पप्पू यादव को पटना के गांधी मैदान थाना लाया गया था, जहां इनकी कोविड टेस्ट कराई गई. उस वक्त भी पप्पू यादव कोरोना निगेटिव थे. इसके बाद सुपौल से पटना गई जिला पुलिस की टीम पप्पू यादव को सुपौल लेकर आई. सुपौल में इन्हें वीरपुर जेल में लाकर रखा गया. वीरपुर जेल में तबीयत ख़राब होने के बाद पप्पू यादव को दरभंगा के डीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां अभी भी इनका इलाज चल रहा है.
गौरतलब हो कि जन अधिकार पार्टी के सुपरमो को मेडिकल बोर्ड ने पटना रेफर कर दिया था. इसके लिए प्रशासनिक स्तर से इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई थी. लेकिन अचानक सबकुछ बदल गया और यह तय हुआ कि पप्पू यादव की चिकित्सा डीएमसीएच में ही होगी.
पिछले एक सप्ताह से उनका डीएमसीएच की आइसीयू में इलाज चल रहा है. अभी उनकी स्थिति बेहतर बताई जा रही है. दरअसल, पप्पू यादव को भर्ती कराए जाने के बाद जब मेडिकल टीम ने उनकी पैथोलॉजिकल और रेडियोलॉजिकल जांच करवाई तो सामने आया कि उन्हें किडनी और हार्ट से संबंधित परेशानी है. सांस लेने से भी परेशानी है. पैदल तक नहीं चल पा रहे. इसके आधार पर मेडिकल बोर्ड ने उन्हें पटना रेफर कर दिया था. लेकिन इन्हें पटना नहीं लाया गया.
आपको बता दें कि मधेपुरा जिले के कुमारखंड थाने में साल 1989 में दर्ज अपहरण के मामले में पुलिस ने जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को पटना के मंदिरी स्थित इनके आवास से गिरफ्तार किया था. फिर इन्हें सुपौल लाया गया. क्योंकि मामला इसी जिले का था. इसके बाद वीडियो कॉल के माध्यम से कोर्ट में उनकी पेशी कराइ गई. फिर वीरपुर जेल में शिफ्ट करवा दिया गया. वीरपुर जेल में बीमार होने के बाद इन्हें फिलहाल डीएमसीएच में भर्ती कराया गया है.