PATNA : आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के 73 वें जन्मदिवस पर उनके छोटे बेटे और बिहार के नेता प्रतिपक्ष से तेजस्वी यादव ने बिहार की जनता को एक भावुक संदेश दिया है. तेजस्वी यादव ने बिहार वासियों के नाम लिखे खुले पत्र में कहा है कि वह किन हालातों में रांची मुलाकात करने अपने पिता से पहुंचे हैं.
कदम नहीं हटेगा पीछे
तेजस्वी यादव ने बिहार वासियों के सामने संकल्प दिखाते हुए लिखा है कि वह अपने पिता लालू यादव को प्रेरणा स्रोत मानते हैं और उन्हें को सामने रखकर बिहार की सेवा के लिए चल पड़े हैं किसी ने कहा है कि जनसेवा के लिए उनके कदम कभी नहीं रुकेंगे और कभी थकेंगे नहीं.
गरीबों के हक का झंडा किया बुलंद
तेजस्वी ने कहा कि अपने पिता के जीवन की यात्रा पर जब भी नजर डालता हूं. ऐसा लगता है क्या अद्भुत और बिरला जज्बा लिए हैं. लालू जी, ऊंच-नीच के विरुद्ध लड़ाई लड़े. बिहार की तमाम सामाजिक विसंगतियों को खत्म किया. गरीब के हक का झंडा बुलंद किया और चाहे कितनी भी विषम परिस्थिति आई, कभी घुटने नहीं टेके, कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया. विषम हालात अच्छे-अच्छों को तोड़ देते हैं. षड़यंत्र व समर्पण करने को मजबूर कर देते है. वर्षों का दुष्प्रचार इंसान का आत्मविश्वास छीन लेता है लेकिन ये भी अनुकरणीय है कि विषम हालात, अनगिनत षड़यंत्र और लगातार दुष्प्रचार भी लालू जी के हौसले को तोड़ नहीं पाए, उनके सिद्धांतों को झुका नहीं पाए, जनसेवा के लिए समर्पित उनके क़दमों को रोक नहीं पाए अपितु उनके हौसलों को मजबूत ही किया.
73000 गरीबों को खाना खिलाएंगे
तेजस्वी ने कहा कि वो लड़ रहे हैं आज भी, बिना थके , बिना झुके और मुझे गर्व है कि बिहार के लोगों के हक़ के लिए उनकी इस लड़ाई में मैं भी भागी बना हूं, इसलिए आज उनके जन्मदिन पर में यह प्रण लेता हूं कि बिहार के युवाओं और गरीबों को हर हालत में न्याय दिला कर रहूंगा. बस बहुत हो चुका जातिवाद, सम्प्रदायवाद, बहुत हो चुकी चुकी बीमारी के दौरान फैली अव्यवस्था से मौतें, बहुत देख ली गरीब ने रोटी की भूख, बहुत रह लिया हमारा युवा बेरोजगार, बहुत सह लिया हमारे भाइयों ने, उनके परिवारों ने पलायन का दर्द, कुशासन ने छिन ली बहुत जानें, सड़कों पर बहुत बेहाल हो चुका बिहारी सरकार ने 15 साल राज करते-करते बहुत ठीकरा फोड़ लिया. दूसरों पर अब और नहीं होने दूंगा. भुखमरी से, अपराध से, अव्यवस्था से , अन्याय से अब जान नहीं खोने दूंगा. आज पिता जी के 73वें जन्मदिन पर हम कम से कम 73000 गरीबों को खाना खिलाएंगे, उनके माथे से चिंता हटाएंगे और फिर पिता की प्रेरणा से ही बिहार को इस कठिन समय से निजात दिलाएंगे. लालू जी की प्रेरणा से जो कदम बिहार की सेवा के लिए चल पड़े हैं. वो कदम रुकेंगे नहीं, कभी थकेंगे नहीं.