PATNA : बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर जो EVM विवाद चल रहा था, अब सुलझ गया है. राज्य निर्वाचन आयोग ने आज इससे जुड़ा आधाकारिक बयान जारी कर दिया है जिसके तहत पंचायत चुनाव विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल होने वाले M2-EVM से होगा. भारत निर्वाचन आयोग ने राज्य निर्वाचन आयोग को EVM उपलब्ध कराने का जिम्मा लिया है.
आपको बता दें कि M2-EVM सिंगल पोस्ट EVM है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 6 पदों के लिए हर बूथ पर 6 अलग-अलग EVM का इस्तेमाल होगा. बिहार पंचायत चुनाव के लिए बनने वाले अनुमानित 1 लाख 20 हजार बूथों के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को लगभग 7 से 8 लाख EVM की जरूरत होगी. गौरतलब है कि राज्य निर्वाचन आयोग और भारत निर्वाचन के बीच EVM को लेकर शुरू हुआ विवाद हाईकोर्ट तक पहुंच चुका था.
राज्य निर्वाचन आयोग ने M3-EVM से पंचायत चुनाव कराने का फैसला लिया था. इसके लिए आयोग ने EVM बनाने वाली कंपनी इलेक्ट्रॉनिक कॉपरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) से बातचीत भी कर ली थी, लेकिन इसके बाद भारत निर्वाचन आयोग ने ECILको M3-EVM के लिए NOC नहीं दी. राज्य निर्वाचन आयोग ने इसे लेकर कई बार भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा, लेकिन कोई जबाब नहीं मिला. आखिरकार राज्य निर्वाचन आयोग ने हाईकोर्ट में अपील कर इस मामले में मध्यस्थता की मांग की. हाईकोर्ट ने इस मामले को दो सांवैधानिक संस्थाओं के बीच का मामला बताते हुए इसमें आपसी बातचीत से रास्ता निकालने की सलाह दी थी. इसी के बाद राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारी दिल्ली गए,जहां आखिरकार M2-EVM से चुनाव कराने पर सहमती हुई.
जानकारी हो कि बिहार पंचायत चुनाव भले ही विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल हुए सिंगल पोस्ट EVM से होगा, लेकिन इसके बावजूद ये चुनाव सबसे खास होगा. राज्य निर्वाचन आयोग की अपनी प्लानिंग के अनुसार चुनाव हुए तो बिहार पहला ऐसा राज्य होगा, जो पंचायत चुनाव पूर्ण रूप से EVM से कराएगा. बिहार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के सभी पदों का चुनाव EVM से कराने की तैयारी की जा रही है.