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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 12 Feb 2024 06:27:56 PM IST
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PATNA: एनडीए की नई सरकार के फ्लोर टेस्ट के दो दिन पूर्व तमाम राजद विधायकों को तेजस्वी यादव ने नजरबंद कर दिया था। लेकिन बड़े ही नाटकीय ढंग से अंतिम समय में शिवहर के विधायक चेतन आनंद राजद को छोड़कर नीतीश खेमे में चले गये। वही राजद के दो अन्य विधायक नीलम देवी और प्रहलाद यादव भी विधानसभा में विपक्ष की जगह सत्ता पक्ष के साथ जाकर बैठ गए। जिससे तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद सहित राजद के तमाम नेताओं को बड़ा झटका लगा। जिसके बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी नयी सरकार ने सोमवार को विश्वास मत हासिल कर लिया।
विधानसभा में जाने से पहले चेतन आनंद ने राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा की ठाकुर का कुआं वाली कविता की याद ताजा करा दी। सोशल मीडिया पर लिखा कि ठाकुर के कुएं में बहुत पानी है सबको पिलाना है। वही विधानसभा से बाहर निकलने के बाद कहा कि तेजस्वी यादव ने अपने घर पर नजरबंद कर रखा था। मैं अपने परिवार से मिलना चाहता था लेकिन मिलने नहीं दिया जा रहा था। मुझे कई घंटों तक वही रोका गया। हम घर जाने की मांग करते रहे लेकिन मिलने नहीं दिया गया।
जब मेरे भाई ने पुलिस से शिकायत की तब जाकर मुझे परिवार से मिलने दिया गया। हमलोगों को ठाकुर का कुँआ की वजह से मेरे पिता को गलत गलत बात बोला गया मुझे बेवकूफ बोला गया। मैं यही कहना चाह रहा था कि एक जाति सूचक शब्द यदि है जो 1970 में लिखी गयी है जो जरूरी नहीं है कि 2023 में भी अप्लाई हो। हमने सिर्फ यही बात रखी जिसकी वजह से जो चाटुकारिता करने वाले लोग हैं वो मेरे विरोध में खड़े हो गये। राजद के चाटुकारिता करने वाले नेताओं ने ऐसा माहौल बनाया कि वहां रहना मुश्किल हो गया था।