DESK : कानपुर में गैंगेस्टर विकास दुबे और उसके साथियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए. इस हमले में घायल कई सिपाहियों को बेहद गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीम हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए तमाम हथकंडे अपना रही है. लेकिन अभी भी गैंगेस्टर विकास दुबे पुलिस की गिरफ्त से दूर है. इस मामले में अब राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है.
कानपुर एनकाउंटर मामले को लेकर विपक्ष पहले से ही योगी सरकार पर हमलावर है. अब एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी सरकार पर निशाना साधा है. ओवैसी ने पुलिसकर्मियों की शहादत के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 'ठोक देंगे' पॉलिसी को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि इस घटना की पूरी जिम्मेदारी सीएम योगी आदित्यनाथ की है.
ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, '' विकास दुबे के मामले में जो हो रहा है, वह दिखाता है कि योगी आदित्यनाथ ने किस तरह से 'ठोक देंगे' नीति अपनाई है. ये पूरी तरह से की राजनीतिक विफलता है. आप बंदूक की मदद से कानून का शासन नहीं स्थापित कर सकते और न ही सकारात्मक नतीजों के बारे में सोच सकते हैं. इस विनाशकारी नीति के लिए यूपी के सीएम जिम्मेदार हैं.
पिछले तीन दिन से प्रदेश का पूरा पुलिस महकमा विकास दुबे को पकड़ने में लगा है. इस बीच पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने आज सुबह एक मुठभेड़ में विकास दुबे के एक साथी दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में दयाशंकर ने एक बड़ा खुलासा किया है. उसने पुलिस को बताया कि जब पुलिस विकास दुबे को पकड़ने के लिए दबिश देने जा रही थी तो उससे पहले थाने से फोन आया था और इसकी जानकारी उन्हें दे दी गई थी. लेकिन अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिल सकी है कि विकास दुबे को थाने से फोन किसने किया था.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, " बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें यूपी पुलिस के सीओ, एसओ सहित 8 जवान शहीद हो गए. यूपी पुलिस के इन शहीदों के परिजनों के साथ मेरी शोक संवेदनाएं. यूपी में कानून व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है, अपराधी बेखौफ हैं. आमजन व पुलिस तक सुरक्षित नहीं है. कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है. इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख्त कार्यवाही करनी चाहिए. कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए."
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा "कानपुर की दुखद घटना में पुलिस के 8 वीरों की शहादत को श्रद्घांजलि. उप्र की भाजपा सरकार अपनी पोलपट्टी खुलने के डर से आनन-फानन में मुख्य अपराधी को न पकड़कर छोटी-मोटी मुठभेड़ दिखाने का नाटक करवा रही है. इससे पुलिसकर्मियों का मनोबल और गिरेगा तथा पुलिस का आक्रोश भी बढ़ेगा. सरकार तुरंत मुआवजा घोषित करें व परिजनों को हर संभव संरक्षण दें. निंदनीय."
आपको बता दें कि इस पूरे घटना क्रम में पहले से ही पुलिस विभाग की तरफ से मुखबिरी की आशंका जताई जा रही थी और इसी क्रम में चौबेपुर थाने के थानेदार विनय तिवारी को संस्पेंड कर दिया गया था.
अभी तक विकास दुबे फरार चल रहा है. यूपी पुलिस की कई टीम लगातार विकास को पकड़ने के लिए प्रदेश भर में छापे की कार्रवाई कर रही हैं. प्रदेश सरकार ने अब विकास दुबे पर एक लाख का ईनाम घोषित कर दिया है. पकड़े गए विकास के साथी दयाशंकर पर 25 हजार का नाम घोषित था.