ओडिशा विधानसभा में हुआ जमकर हंगामा, कार्यवाही के दौरान BJP विधायकों ने अध्यक्ष पर फेंके जूते

ओडिशा विधानसभा में हुआ जमकर हंगामा, कार्यवाही के दौरान BJP विधायकों ने अध्यक्ष पर फेंके जूते

DESK: ओडिशा विधासभा में आज जमकर हंगामा हुआ। दरअसल सदन की कार्यवाही के दौरान BJP विधायकों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के आसन की तरफ जूते, ईयरफोन और पेपर फेंके गये। ओडिशा सरकार के मुख्य सचेतक प्रमिला मल्लिक ने बताया कि उपनेता प्रतिपक्ष विष्णु सेठी, विधायक जयनारायण मिश्रा और विपक्ष के मुख्य सचेतक मोहन मांझी ने स्पीकर के पोडियम पर जूते, ईयरफोन और पेपर फेंके। सदन के अंदर हुए इस मामले पर BJP विधायकों ने कहा कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है। 

दरअसल सदन में वित्त मंत्री निरंजन पुजारी द्वारा कैग रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद विपक्षी पार्टी कांग्रेस स्थगन प्रस्ताव लेकर आई जिसे अध्यक्ष ने खारिज कर दिया। जिसके बाद विपक्षी ने प्रदर्शन किया और विरोध भी जताया। विपक्षी विधायकों ने आरोप लगाया कि सदन में बिना बहस के ही ओडिशा लोकायुक्त विधेयक पारित कर दिया गया है। इसी हंगामे के बीच BJP के दो विधायक जयनारायण मिश्रा और बिष्णु सेठी अपनी-अपनी सीटों पर खड़े हो गए और विरोध जताते हुए स्पीकर पर जूते, कागज, कलम और ईयरफोन फेंक दिए। 

इस घटना की निंदा करते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। जबकि BJP विधायक जयनारायण मिश्रा ने यह कहा कि 'मुझे नहीं पता कि मैने स्पीकर पर वास्तव में क्या फेंका लेकिन मैंने कुछ भी गलत नहीं किया, विस अध्यक्ष इस तरह के व्यवहार के हकदार थे' वही इस मामले पर BJP विधायक बिष्णु सेठी ने कहा कि 'मैंने स्पीकर महोदय पर जूते नहीं फेंके मैंने सिर्फ एक पेन और इयरफोन फेंका' जबकि इस पूरे मामले पर विधासभा अध्यक्ष सूरज्या नारायण पात्रो का कहना है कि घटना के सभी बिंदुओं पर विचार की जा रही है फिलहाल घटना की तस्वीरों की जांच हो रही है स्पीकर ने कहा कि इस संबंध में कानून अपना काम करेगा।

सदन में विरोधी दलों का हंगामा आम बात थी मगर आज सदन के अन्दर जो हुआ उससे सदन की गरिमा तार-तार हो गई। बीजद के विधायकों ने कहा है कि BJP के विधायक सदन की लगातार गरिमा भंग कर रहे हैं। कभी सदन में सैनिटाइजर पीने की नौटंकी करते है तो कभी विधानसभा अध्यक्ष के ऊपर चप्पल फेंकने जैसी शर्मनाक हरकत करते हैं। BJP विधायकों के इस हरकत के बाद सदन में हो हल्ला शुरू हो जाने से विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।