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1st Bihar Published by: SANT SAROJ Updated Sat, 02 Apr 2022 08:45:19 PM IST
SUPAUL: सुपौल सदर अस्पताल में कर्मचारियों की लापरवाही का मामला मामला सामने आया है। अस्पताल की नर्स चाय की चुस्की लेने में लगी थी। उधर अस्पताल के कैम्पस में एक गर्भवती महिला दर्द से कराह रही थी।
महिला की स्थिति खराब होता देख परिजन नर्स को बुलाने कई बार गये लेकिन कहा कि चाय पीकर आते हैं लेकिन महिला को देखने कोई नहीं आया। जिसके बाद हॉस्पिटल के कैम्पस में ही महिला ने ई-रिक्शा पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। ई-रिक्शा पर नवजात के जन्म की सूचना मीडिया कर्मियों को हुई वे नर्स के पास पहुंचे और महिला को देखने की बात कही तो नर्स उल्टे मीडिया वालों से ही उलझ गयी।
दरअसल सुपौल सदर प्रखंड के चैनसिंहपट्टी वार्ड नम्बर 8 के रहने वाले विकास कुमार गर्भवती पत्नी बबीता देवी को प्रसव पीड़ा होने पर ई- रिक्शा से लेकर सुपौल सदर अस्पताल आया था। जैसे ही वो सदर अस्पताल के अंदर दाखिल हुए महिला को काफी पीड़ा होने लगी। जिसके बाद महिला के पति ने दौड़ कर सदर अस्पताल के इमरजेंसी में तैनात नर्सों से उनकी पत्नी को देख लेने का आग्रह किया लेकिन उस वक्त सभी नर्स-एएनएम चाय पीने में व्यस्त थी।
वही पास ही खड़े कुछ मीडिया वालों की नजर जब ई-रिक्शा पर गई तब मीडिया के लोगों ने भी नर्स से जल्दी चलने का आग्रह किया तो वहां मौजूद 4 नर्स मीडिया वालों से ही उलझ गयी। बात यहीं खत्म नहीं हुई जब पीड़िता की कराह को देख वहां मौजूद गार्ड भी उसे मदद करने को दौड़ा औऱ नर्स को चलने को कहा तो उसे भी मना कर दिया और चाय पीने में लगी रही।
इस मामले पर सुपौल सिविल सर्जन डॉ. इंद्रजीत प्रसाद का वहीं रटा-रटाया जबाव सामने आया। अपने चैंबर में कुर्सी की शोभा बढ़ाने वाले सिविल सर्जन वहां से निकल कर दर्द से कराह रही महिला को देखने तक नहीं गये और ना ही नर्सों और महिला के परिजनों से इसकी जानकारी ली। हर बार की तरह इस बार भी सिविल सर्जन ने कहा कि हम कार्रवाई करेंगे...ठीक हैं... देख लेते है इसको हम..