PATNA : लोकसभा चुनाव को लेकर दूसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने का आज आखिरी दिन था। ऐसे में अपनी पार्टी (जाप) का विलय कांग्रेस में करने वाले पप्पू यादव ने पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर आज अंतिम दिन अपना नामांकन दाखिल करने बुलेट से पहुंचे। लेकिन इस दौरान पप्पू यादव ने एक गलती कर दी। जिसकी चर्चा अब खूब होने लगी है।
दरअसल अपने नामांकन के दौरान पप्पू यादव ने ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं किया। बिना हेलमेट लगाये ही वो बुलेट चलाते हुए समाहरणालय पहुंच गये। जो कि यातायात नियमों का उल्लंघन है। आम लोग जब बाइक चलाते समय हेलमेट नहीं लगाते हैं तो ट्रैफिक पुलिस उनसे एक हजार रुपये का जुर्माना वसूलती है। लेकिन बुलेट पर पप्पू यादव सरकारी कार्यालय पहुंचते हैं लेकिन उनसे किसी तरह का जुर्माना नहीं वसूला गया। अब सवाल उठता है कि क्या पप्पू यादव ने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन नहीं किया? क्या अब देश के अंदर नेताओं के लिए अलग कानून है?
बता दें कि गठबंधन में सीट बंटवारे के फार्मूले के तहत यह सीट राजद के खाते में चली गयी है और राजद ने बीमा भारती को अपना कैंडिडेट बनाया है। इसके बावजूद पप्पू यादव ने निर्दलीय नॉमिनेशन किया। नॉमिनेशन से पहले पप्पू यादव ने शहर में रोड शो किया। फिर नामांकन करने समाहरणालय जाने के लिए उन्हें बुलेट मंगवाया। कार से रोडशो करने के बाद वो बुलेट पर सवार हुए फिर नामांकन के लिए कलेक्ट्रिएट के लिए निकल पड़े। इस दौरान हजारों की संख्या में समर्थक भी उनके पीछे-पीछे समाहरणालय पहुंच गये।
समर्थकों ने पप्पू यादव जिंदाबाद के नारे भी लगाये तो कई समर्थक ढोल-नगाड़ों के साथ झूमते हुए पप्पू यादव के पीछ आते दिखे। समर्थक यह दावा कर रहे थे कि पूर्णिया में पप्पू यादव निर्दलीय जीतेंगे। नारियल छाप जैसे जीतकर जाएंगे। पप्पू यादव ने नहीं बल्कि पूर्णिया की जनता ने नामांकन किया है। पप्पू यादव के समर्थकों की भीड़ को देख पुलिसकर्मी भी हैरान थे। इस दौरान पूर्णिया शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पप्पू समर्थकों की भीड़ के कारण चरमरा गयी। सड़क पर यातायात कुछ देर के लिए बाधित हो गया। फिर ट्रैफिक पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद यातायात को बहाल कराया।