PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि बिहार में दो महाठगों की सरकार चल रही है। बिहार में सत्ताधारी दल के द्वारा बार-बार भष्टाचार और लूट घोटाले की बात कही जा रही है। सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस मामले को संज्ञान में नहीं ले रहे हैं। जो व्यक्ति इस मुद्दे को उठा रहा है उसे ही नोटिस भेजा जा रहा है और कार्रवाई की धमकी दी जा रही है। वहीं सत्ता में बैठे 7 दलों में 2 दल लोगों का ध्यान भटकाने में लगे है। एक दूसरे को ठगने और दबाव में लाने का काम कर रहे है। बिहार में भ्रष्टाचार को चरम तक पहुंचाने में इन दोनों दलों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
बिहार के पूर्व डीजीपी एसके सिंघल को केंद्रीय चयन पर्षद का अध्यक्ष बनाए जाने पर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश सरकार को घेरा है। उनका कहना है कि कही ना कही भ्रष्टाचार को दबाने और भ्रष्टाचार में लिप्त पदाधिकारियों को बचाने का खेल खेला जा रहा है। एसएसपी आदित्य कुमार के प्रकरण में पूर्व डीजीपी एसके सिंघल भी उतने ही दोषी है जितने आदित्य कुमार हैं। आदित्य कुमार पर गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया जबकि एसके सिंघल को क्लीन चिट दे दिया गया। विजय सिन्हा ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि रिटायर्ड के बाद एसके सिंघल को पुरस्कृत कर चयन पर्षद के अध्यक्ष बना देना यह कही ना कही सीएम नीतीश की मानसिकता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि जो रिटायर्ड कर्मी होते है उनकों बार-बार समयावधि विस्तार कर पुरस्कृत करने का काम नीतीश कुमार करते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है कि ताकि किये पाप और भ्रष्टाचार को छुपाया जा सके। यह मानसिकता बिहार के अंदर पूरी तरह प्रशासनिक अराजकता का वातावरण बना रहा है। हकीकत यह है कि बिहार में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। राजद नेता सुधाकर सिंह पर कार्रवाई किये जाने के सवाल पर बीजेपी बचाव करती दिखी। विजय सिन्हा ने कहा कि सुधाकर सिंह एक मोहरा है ।
असली चेहरा तो शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव है। चंद्रशेखर यादव पर कार्रवाई करने से आरजेडी क्यों बच रही है। बिहार में दो महाठग की सरकार चल रही है। विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार में सत्ताधारी दल बार-बार भष्टाचार और लूट घोटाले की बात कही जा रही है। सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस मामले को संज्ञान में नहीं ले रहे हैं। जो व्यक्ति इस मुद्दे को उठा रहा है उसे ही नोटिस भेजा जा रहा है और कार्रवाई की धमकी दी जा रही है।
वहीं सत्ता में बैठे 7 दलों में 2 दल लोगों का ध्यान भटकाने में लगे है। एक दूसरे को ठगने और दबाव में लाने का काम कर रहे है। बिहार में भ्रष्टाचार को चरम तक पहुंचाने में इन दोनों दलों की महत्वपूर्ण भूमिका है। विजय सिन्हा ने नीतीश से पूछा कि जिस पदाधिकारी पर कार्रवाई होनी चाहिए और जिन्हें जेल में रहना चाहिए उन्हें पुरस्कृत क्यों कर रहे हैं? सेवा विस्तार का खेल और पदाधिकारी को बचाने का खेल क्यों बिहार में हो रहा है? अपराध भ्रष्टाचार को रोकने के बजाए आपलोग अलग-अलग एजेन्डा क्यों तय कर रहे है? लोगों को भटकाने का काम क्यों कर रहे हैं? बिहार में गिरती कानून व्यवस्था भ्रष्टाचार पर जवाब दें नीतीश?
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राममंदिर, रामायण और रामचरितमानस का प्रकरण सोची समझी रणनीति के तहत लाया गया। इस तरह का वातावरण बनाकर लोगों को मुल विषय से भटकाने का खेल जारी है। शिक्षा मंत्री पर एक्शन लेना चाहिए उन्हे बर्खास्त करना चाहिए। तेजस्वी पर हमला बोलते हुए विजय सिन्हा ने मर्यादा का पालन करने की बात कही। कहा कि बिहार की छवि धूमिल हुई है। नीतीश इतने लाचार बेवश क्यों हो गये है कि राजद पर एक्शन के लिए उधर ताकना पड़ता है। लाचार और बेवश नीतीश बिहार के लिए बेहतर काम नहीं कर सकते। कई लोगों पर अपराध और भ्रष्टाचार के आरोप हैं उस पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।