नीतीश, सोनिया, लालू समेत विपक्ष दलों के दिग्गजों का कल होगा महाजुटान, उम्मीदवार और संयोजक का हो सकता ऐलान

नीतीश, सोनिया, लालू समेत विपक्ष दलों के दिग्गजों का कल होगा महाजुटान, उम्मीदवार और संयोजक का हो सकता ऐलान

PATNA : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सोमवार यानी कल गैर भाजपा दलों के शीर्ष नेताओं की बैठक होने वाली है। इस बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ साझा उम्मीदवार उतारे जाने का संकल्प लिया जाएगा। इसके साथ ही साथ विपक्ष याद ही तय करेगा कि मोदी से लड़ने के लिए उनका पीएम फेस कौन होगा।


दरअसल, बेंगलुरु के ताज वेस्ट एंड होटल में 17 और 18 जुलाई को विपक्षी दलों की बैठक होनी है। इस बैठक में शामिल होने के लिए 24 दलों को निमंत्रण भेजा गया है।  इस बैठक की अगुवाई कांग्रेस की तरफ से की जा रही है। इस बैठक में शामिल होने के लिए बिहार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, राष्ट्रीय महासचिव संजय कुमार झा इसमें हिस्सा लेंगे। वहीं, राजद अध्यक्ष लालू प्रसा भी विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं की बैठक में शिरकत करेंगे। सूत्रों के मुताबिक बिहार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद समेत सभी नेता सोमवार की सुबह बेंगलुरु रवाना होंगे। 



मालूम हो कि, दो दिनों के इस बैठक की शुरुआत 17 जुलाई को होटल ताज वेस्ट इंड में शाम छह बजे होगी। इस दिन महज एक भोज का आयोजन कर छोटी- मोटी बातें की जाएगी। इसके बाद अगले दिन यानी 18 जुलाई को दिन के 11 बजे से अहम बैठक आरंभ होगी।इसमें निर्णायक फैसला लिया जायेगा। ऐसा कहा जा रहा है कि, इस बैठक में सभी दलों को एकसूत्र में बांधे रखने के लिए कोआर्डिनेशन कमेटी गठित की जाये और सर्वमान्य से संयोजक मनोनीत किये जाएं। इस बैठक में कांग्रेस, जदयू, राजद, शिवसेना, एनसीपी, समाजवादी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा, तृणमूल कांगेेस, भाकपा माले, माकपा, भाकपा, जम्मू कश्मीर नेशनल फ्रंट, डीएमके के शीर्ष नेता शामिल होंगे। 


आपको बताते चलें कि, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत सभी दलों को 17 और 18 जुलाई को होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए आधिकारिक न्योता भेजा है। इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर ही पटना में 23 जून को देश के शीर्ष गैर भाजपा दलों की बैठक हुई और पटना डिक्लियरेशन तय किया गया। साथ ही अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में सभी गैर भाजपा दलों की ओर से भाजपा के खिलाफ साझा उम्मीदवार उतारे जाने का संकल्प लिया गया।