भ्रष्टाचार के खिलाफ नीतीश के जीरो टॉलरेंस पर चिराग का बड़ा हमला, पूछा.. 264 करोड़ वाला पुल कैसे ध्वस्त हो गया?

भ्रष्टाचार के खिलाफ नीतीश के जीरो टॉलरेंस पर चिराग का बड़ा हमला, पूछा.. 264 करोड़ वाला पुल कैसे ध्वस्त हो गया?

PATNA :  बिहार में गोपालगंज के बैकुंठपुर में एक पुल उद्घाटन के 29 दिन बाद ही बह गया. जिसके बाद विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर है. लेकिन इस वक्त एक हैरान करने वाली बात सामने आई है. लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने सीएम नीतीश के ऊपर करारा हमला बोला है. भ्रष्टाचार के प्रति नीतीश के जीरो टॉलरेंस के दावे पर चिराग ने सवाल उठाया है.


लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने  264 करोड़ रुपये की लागत से से बने पुल ध्वस्त होने पर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. चिराग ने ट्वीट करते हुए लिख कि "264 करोड़ की लागत से बने पुल का एक हिस्सा आज ध्वस्त हो गया है. जनता के पैसे से किया कोई भी कार्य पूरी गुणवत्ता से किया जाना चाहिए था. इस तरह की घटनायें जनता की नजर में ZERO CORRUPTION पर सवाल उठाती है. लोजपा माँग करती है की उच्च स्तरीय जाँच कर जल्द दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करे."



दरअसल छपरा, सीवान और गोपालगंज जिलों को उत्तर बिहार से जोड़ने वाले सत्तरघाट पुल का संपर्क पथ बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हो गया है. गंडक नदी में आयी बाढ़ के पानी में संपर्क पथ ध्वस्त हो गया. गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर प्रखंड के खोम्हारीपुर में पुलिया के पास सड़क टूटने से उत्तर बिहार के कई जिलों का संपर्क टूट गया है. 




पुल के टूटने के कारण केसरिया सीवान, सारण, पश्चिम चंपारण तथा पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी का संपर्क टूट गया है. वहीं सारण तटबंध पर भी पानी का दबाव बढ़ गया है. पुल निगम के टीम लीडर अभियंता अभय कुमार प्रभात की टीम पहुंचकर क्षति का आकलन किया है.




इस घटना के बाद विपक्ष के हमले से सरकार बौखलाई हुई है. पथ निर्माण विभाग के मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि सत्तर घाट पुल सही सलामत है. पुल से करीब दो किलोमीटर दूर बनी एक पुलिया का एप्रोच गंडक के तेज बहाव में कट गया. इस वजह से आवागमन बाधित हुआ है. विभाग के इंजीनियर इसे ठीक करने में जुटे हुए हैं. इसे दो-तीन दिनों में ठीक कर आवागमन बहाल कर दिया जायेगा. गंडक नदी में पानी बढ़ने से ऐसा हुआ है. तत्काल विभागीय अधिकारियों को मरम्मत कार्य में जुट जाने का निर्देश दिया गया है.