PATNA : आज शपथग्रहण के साथ ही बिहार में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बन जाएगी. लेकिन एनडीए की नई सरकार में दो नए घटक दल भी नजर आएंगे. अब तक बिहार में भारतीय जनता पार्टी और जेडीयू ही सरकार चलाती रही है लेकिन इस बार इस सरकार में जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी भी शामिल रहेगी. ऐसे में महागठबंधन की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि नीतीश सरकार अपने 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी.
महागठबंधन में शामिल दो बड़े घटक दल राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस का दावा है कि नीतीश कुमार अपनी नई सरकार के 5 साल पूरे नहीं कर पाएंगे. कांग्रेस सांसद डॉक्टर अखिलेश सिंह की मानें तो बिहार में बनने वाली नई सरकार 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं करेगी जबकि आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा को भरोसा है कि नीतीश सरकार का सफर बीच में ही थम जाएगा. मनोज झा की माने तो नीतीश कुमार को मिला बहुमत बेहद कमजोर है और इसी वजह से भारतीय जनता पार्टी उन पर लगातार दबाव बनाकर चलेगी. बीजेपी के दबाव में नीतीश कैबिनेट कितना चलता है यह तो वक्त बताएगा.
महागठबंधन के इस भरोसे के पीछे मुकेश सहनी और जीतन राम मांझी भी बड़ी वजह हैं. आरजेडी को ऐसा लगता है कि सहनी और मांझी देर सवेर अपना रंग जरूर दिखाएंगे. जबकि कांग्रेस ने एक बार फिर से स्पष्ट किया है कि वह सहनी या मांझी दोनों में से किसी को महागठबंधन में मिलाने का कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं.
कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह की मानें तो दोनों को महागठबंधन में लाने के लिए उनकी पार्टी कोई प्रयास नहीं कर रही है. अखिलेश सिंह ने कहा है कि हमारा मकसद एनडीए सरकार को गिराना या फिर उसके किसी भी घटक दल को अपनी तरफ करना नहीं है लेकिन इस बात करें पूरी उम्मीद है कि नीतीश सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी.