PATNA : एक स्टिंग ऑपरेशन के दौरान आरजेडी के एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी ने तेजस्वी यादव को लेकर जो खुलासा किया है उसके बाद बिहार की राजनीति में हड़कंप मचा हुआ है। स्टिंग ऑपरेशन के दौरान सत्तापक्ष के ही कई नेताओं ने यह बात कबूल की है कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जिद में शराबबंदी कानून को बनाकर रखा गया है। स्टिंग ऑपरेशन और बिहार में जहरीली शराब कांड के बीच लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है।
सांसद चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार में शराबबंदी कानून अगर फेल है और लगातार शराब मिल रही है तो इसके लिए सीधे–सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय जिम्मेदार है। चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार में कानून को बनाए रखने की जिम्मेदारी गृह विभाग की होती है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पास गृह विभाग में रखा हुआ है। इस सबके बावजूद अगर बिहार में शराबबंदी कानून सफल नहीं हो पा रहा और जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है तो नीतीश इस जवाबदेही से नहीं भाग सकते। चिराग पासवान ने कहा है कि जहरीली शराब से हुई मौतों के जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ नीतीश कुमार है चिराग पासवान इसके पहले संसद में भी यह मामला उठा चुके हैं। चिराग ने पिछले दिनों राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से भी मुलाकात की थी और मौजूदा सरकार की कार्यशैली को लेकर आपत्ति जताई थी।
आपको बता दें कि एक न्यूज चैनल के स्टिंग में सबसे बड़ा खुलासा राजद के विधान पार्षद यानि एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी ने किया है। रामबली सिंह ने दावा किया कि तेजस्वी यादव तो खुद शराब पीते हैं। ये अलग बात है कि नीतीश जिद पर अड़ा है और नीतीश के सामने कोई बोलता नहीं है। एमएलसी रामबली सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सुनना नहीं चाहते औऱ तेजस्वी यादव को बोलने की हिम्मत नहीं है तो हम छोटे लोग कैसे बोलेंगे। सब जानता है कि शराब नीति फेल है लेकिन कोई बोल नहीं रहा है। आधे से ज्यादा मंत्री और विधायक दारू पीते हैं। आधे से ज्यादा ऑफिसर पीते हैं। रात में पता करिये कि कितने अफसरो के यहां दारू चल रहा है। स्टिंग ऑपरेशन के बाद बिहार की राजनीति में उबाल आया हुआ है।