PATNA: रेलवे में नौकरी के बदले जमीन रजिस्ट्री कराने के मामले में सीबीआई ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया है। इस मामले में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी समेत अन्य लोगों के खिलाफ सीबीआई पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। बिहार में जारी सियासी घमासान के बीच सीबीआई की कार्रवाई को लेकर जेडीयू और आरजेडी ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं तो वहीं बीजेपी ने इसको लेकर पलटवार किया है। बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि लालू और तेजस्वी को किसी और ने नहीं बल्कि नीतीश कुमार ने फंसाया है।
सम्राट चौधरी ने कहा है कि आरजेडी के लोगों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जाकर पूछना चाहिए कि रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन लिखवाने के कागजात सीबीआई को कहां से मिले। जब जेडीयू के लोगों ने सबूत सीबीआई को दिए तो लालू परिवार को कोई दूसरा कैसे फंसा सकता है। जेडीयू को बताना चाहिए कि जब कागज उन लोगों ने सीबीआई को दिया तो बीजेपी लालू परिवार का कैसे फंसा सकती है। लालू जब जेल गए उस वक्त देश में यूपीए की सरकार थी। नीतीश कुमार ने पूरे षडयंत्र को रचने का काम किया और लालू के साथ साथ उनके परिवार के खिलाफ सबूत जुटाकर सीबीआई तक पहुंचाया।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने नीतीश कुमार को सबसे बड़ा षडयंत्रकारी और बहुरूपिया बताया है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार हर रोज अपना चोला बदलते हैं। लालू प्रसाद कहते थे कि नीतीश सांप की तरह केचूल छोड़ते हैं। साल दो साल में ही नीतीश का अपने सहयोगियों से मन भर जाता है और वे पाला बदल लेते हैं। समता पार्टी के समय का एक व्यक्ति भी ऐसा नहीं बचा है जिसे नीतीश जेडीयू से नहीं निकाले हों। बिहार में सभी को फंसाने का काम नीतीश कुमार करते हैं।