'नीतीश नहीं हैं नाराज ...,' बोले ललन सिंह ... मोदी जी वोट फॉर इंडिया कीजिए और मैदान छोड़ कर चले जाइए

 'नीतीश नहीं हैं नाराज ...,' बोले ललन सिंह ... मोदी जी वोट फॉर इंडिया कीजिए और मैदान छोड़ कर चले जाइए

PATNA : बेंगलुरु में विपक्षी दलों की दूसरे चरण की बैठक के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार नाराज हो गए हैं। उनकी नाराजगी की वजह संयोजक नहीं बनाना बताया जा रहा है। इसके साथ ही साथ ऐसा कहा जा रहा है कि इस गठबंधन का नाम इंडिया रखने पर भी नीतीश है। हालांकि जदयू के तरफ से बार-बार या कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार खुद इसकी अगुवाई कर रहे हैं तो फिर वह नाराज कैसे हो सकते हैं। इसी कड़ी में अब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का भी बड़ा बयान सामने आया है। ललन सिंह ने साफ कर दिया है कि विपक्षी संयोजक का ऐलान मुंबई के बैठक में होगा।


जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि - नीतीश कुमार क्यों नाराज़ होंगे। ये सब मीडिया की उपज है। नीतीश कुमार खुद इस मुहीम शुरू करने वाले हैं तो फिर नाराज होने की बात कहां से आती है। उल्टा हमलोगों से बीजेपी के लोग डरे हुए हैं इसलिए इस तरह का अफवाह फैला रहे हैं। मोदी जी का एक पुराना वीडियो मैंने देखा जिसमे वो बोल रहे हैं वोट फ़ोर इंडिया तो अब भी वो इंडिया के लिए वोट माँगे और मैदान छोड़कर चले जाय।


वहीं, नीतीश कुमार को संयोजक बनाने की चर्चा को लेकर ललन सिंह ने साफ कर दिया है कि अभी इस मामले को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। अब अगली बैठक जब मुंबई में होगी तब इन बातों पर चर्चा होगी। फिलहाल इसको लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। जो भी होगा सब चीज़ सबके सामने आ जाएगा। 


इसके आलावा पीएम मोदी के तरफ से विपक्ष की बैठक को भ्रष्टाचारी की बैठक बोले जाने को लेकर ललन सिंह ने कहा कि- हमलोगों की बैठक को  भ्रष्टाचारी की मीटिंग बोलने से पहले यह  याद कर लें कि महाराष्ट्र में किसको अपने साथ लाएं हैं। इन्होंने ने ही अमेरिका से आने के बाद उनको लेकर क्या बोला था और आज क्या बोलते हैं इन बातों को याद कर लेना चाहिए। 


इधर, एनडीए की बैठक को लेकर ललन सिंह ने कहा कि - 5 वर्ष रहा एनडीए में आज तक मोदी जी ने कभी भी एनडीए की बैठक नहीं बुलाई। हम भी 5 साल तक संसद में रहे एनडीए के साथ, लेकिन एक बार भी नहीं हुई बैठक। आज उनको काहे बैठक बुलाने की चिंता हो गई यह घबराहट की ही देन है ना। भाजपा पूरी तरह हताश हो चुकी है। यह लोग तो 15 से 16 पार्टी को पूर्वोत्तर राज्य से बुलाया है तो ऐसा बुलावा भेजते रहिए। या आपके हताशा का और घबराहट का परिचारक है। 2024 का चुनाव यह लोग बुरी तरह से हार रहे हैं।