Bihar Crime News: बिहार में मनरेगा रोजगार सेवक की हत्या से मचा हड़कंप, पुलिस जांच में जुटी Bihar Election 2025: पहले चरण में इतने उम्मीदवारों ने भरा पर्चा, जानें कौन-कौन से भोजपुरिया स्टार हैं शामिल? Bihar Weather: बिहार में ठंड ने दिखाना शुरु किया अपना असली रूप, इन जिलों में विशेष असर Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर EC की सख्त का असर, वाहन जांच के दौरान 50 लाख जब्त Bihar Election 2025: वैशाली सीट पर महागठबंधन में दो फाड़, कांग्रेस और आरजेडी आमने-सामने; दोनों के उम्मीदवारों ने किया नामांकन Bihar News: HPV का टीका लगते ही दर्जनों छात्राएं बेहोश, स्कूल में मचा हड़कंप; भागे-भागे अस्पताल पहुंचे अधिकारी Bihar Crime News: NIA ने लश्कर से जुड़े बिहार के शख्स के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट, आतंकी साजिश रचने का आरोप Bihar Crime News: NIA ने लश्कर से जुड़े बिहार के शख्स के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट, आतंकी साजिश रचने का आरोप Bihar Election 2025: मुकेश सहनी की VIP ने जारी की उम्मीदवारों की पहली लिस्ट, सूची में 6 प्रत्याशियों के नाम Bihar Election 2025: मुकेश सहनी की VIP ने जारी की उम्मीदवारों की पहली लिस्ट, सूची में 6 प्रत्याशियों के नाम
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 16 Jul 2023 08:12:59 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर जारी सियासत के बीच बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने सीधे तौर पर कह दिया है कि लोग किसी भ्रम में नहीं रहें, पूरे देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा है कि नीतीश कुमार ने क्राइम और करप्सशन के बाद अब कम्युनलिज्म से भी समझौता कर लिया है।
सुशील मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा है कि जब पाकिस्तान सहित अनेक मुस्लिम देशों में बहु-विवाह, फौरी तीन तलाक और गुजारा भत्ता के मुद्दे पर कानून में सुधार किया जा सकता है, तो भारत में क्यों नहीं होना चाहिए? सुशील मोदी ने कहा कि संविधान और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन करते हुए समान नागरिक संहिता जब भी लागू होगी, पूरे देश पर लागू होगी। तब नीतीश कुमार और ममता बनर्जी जैसे मुख्यमंत्री राज्यों में इसे लागू करने से नहीं रोक पाएंगे।
उन्होंने कहा कि अगर सभी धर्मों के भारतीय नागरिकों के लिए एक विवाह का प्रावधान होता है, सभी के लिए तलाक लेने के कानून समान होते हैं, सभी धर्मों की महिलाओं को तलाक के बाद गुजारा-भत्ता पाने तथा पैतृक सम्पत्ति में समान अधिकार मिलता है और सभी धर्मों के स्री-पुरुष लिए विवाह करने की उम्र एक समान निर्धारित की जाती है, तो ये बातें नीतीश कुमार को बुरी क्यों लगनी चाहिए?
सुशील मोदी ने कहा कि क्या नीतीश कुमार पर्सनल लॉ के नाम पर देश की 15 करोड़ मुस्लिम महिलाओं के साथ कठोर भेदभाव और लैंगिक असमानता जारी रखना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि एक समुदाय के थोक वोट से सत्ता में बने रहने की मंशा से अगर नीतीश कुमार उस समुदाय के कट्टरपंथियों तक के आगे घुटने टेक रहे हैं, तो क्या यह साम्प्रदायिकता से समझौता नहीं है? वे भ्रष्टाचार और अपराध से तो पहले ही समझौता कर चुके हैं।