PATNA: 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले मतदाताओं, विशेषकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को रिझाने के लिए जेडीयू ने पूरे बिहार में 'भाईचारा यात्रा' की शुरुआत किया है। 1 अगस्त को पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज से शुरू हुई यह यात्रा लगभग एक महीने तक चलेगी, जो बिहार के 38 जिलों में से 27 जिलों को कवर करेगी, जहां बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी है। अब ओवैसी की पार्टी AIMIM ने जेडीयू की इस यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है।
बिहार में ओवैसी की पार्टी AIMIM के एक मात्र विधायक और प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अल्पसंख्यकों की हालत क्या सुधारेंगे, घर में जिसने आग लगाई वह पानी नहीं दे सकता है। बीजेपी को जिसने बिहार में स्थापित करने का काम किया उसे मुसलमानों के लिए प्रेम उमड़ रहा है। नीतीश कुमार को सिर्फ और सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता है, उन्हें बिहार के अल्पसंख्यकों से कोई लेना देना नहीं है। वे मुसलमानों को लाख रिझाने की कोशिश कर लें लेकिन मुसलमान उनके झांसे में नहीं आने वाले हैं।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एनडीए सांसदों को दिए गए टास्क पर अख्तरुल इमान जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोई काम तो किया नहीं सिर्फ बात बनाते हैं। आजतक न तो गरीबों के खाते में 15 पैसे आए। न पेट्रोल की कीमत घटी, ना किसानों की हालत में सुधार हुआ और ना ही युवाओं को नौकरी ही मिल पाई। उनका एक ही एजेंडा है कि उनके लोग इलाके में जाएं और नफरत के बीज बोएं। प्रधानमंत्री 10 साल के शासनकाल में अपने सांसदों को सिर्फ तीन काम की जानकारी देने का टास्क दे रहे हैं, यह पूरी तरह से हास्यास्पद है।