पटना में 24 पाकिस्तानी महिलाओं की लिस्ट जारी, तीन ने ली भारतीय नागरिकता 40 साल दरगाह की सेवा के बाद श्यामलाल की घर वापसी, पहलगाम आतंकी हमले से हुआ हृदय परिवर्तन Bihar News: सदर अस्पताल में मिला 25 वर्षीय युवक का शव, प्रेमिका के परिवार वालों पर हत्या का आरोप आतंकवादी हमले के खिलाफ पटना में महागठबंधन का कैंडल मार्च, तेजस्वी यादव-मुकेश सहनी सहित कई नेता रहे मौजूद Road Accident: भारतीय सेना के जवान की सड़क हादसे में मौत, पिता के निधन के बाद छुट्टी पर आए थे घर गोपालगंज में 4 दिन से लापता युवती की लाश बगीचे से बरामद, हत्या के विरोध में परिजनों ने किया सड़क जाम हंगामा CSKvsSRH: 10वें स्थान को लेकर CSK और SRH में रोचक जंग के बीच चेन्नई को मिले भविष्य के 2 सुपरस्टार BIHAR NEWS: विनोद सिंह गुंजियाल बने बिहार के नये मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, 2007 बैच के हैं IAS अधिकारी महागठबंधन में महाघमासान होना तय! RJD से दबने को तैयार नहीं कांग्रेस, को-ओर्डिनेशन कमेटी में दिखा दिया अपना जोर Pahalgam Terror Attack: रूस की अपने नागरिकों को सलाह, “पाकिस्तान की यात्रा न करें”, भारत-पाक के बीच तनाव से पूरी दुनिया अलर्ट
1st Bihar Published by: Updated Sun, 28 Mar 2021 08:06:18 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : विधानसभा में विपक्षी विधायकों की पिटाई के बाद तेजस्वी यादव के हाथ तुरुप का इक्का लग गया है. विधानसभा चुनाव में तेजस्वी को भले ही सत्ता हाथ नहीं लगी हो लेकिन अब उन्होंने सरकार के खिलाफ एक ऐसा एजेंडा तैयार कर लिया है, जिससे आरजेडी की ताकत और ज्यादा बढ़ाई जाए. तेजस्वी यादव विधानसभा में विपक्षी विधायकों की पिटाई का मुद्दा लेकर अब पंचायत स्तर तक के जाने की तैयारी में हैं. पार्टी के स्तर पर इसके लिए पूरा प्लान तैयार किया जा रहा है. तेजस्वी यादव होली के बाद अप्रैल महीने में जिला स्तर पर जनसभाओं को संबोधित करेंगे.
आरजेडी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक के इसके लिए पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जा रही है. दरअसल तेजस्वी यादव सदन में हुए बवाल को पंचायत स्तर तक के ले जाने की तैयारी में है. उनका मकसद पंचायत स्तर पर सरकार के रवैया को लेकर मजबूत विरोध खड़ा करने का है. बिहार में पंचायत चुनाव भी होने वाले हैं. लिहाजा तेजस्वी यादव पंचायत चुनाव के दौरान ही अपना संगठन भी मजबूत करना चाहते हैं.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शनिवार को असम में थे और असम में उन्होंने चुनावी जनसभा को संबोधित किया है. उनकी पार्टी असम में 1 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रही है. बावजूद इसके तेजस्वी यादव ने वहां बिहारी बहुल इलाकों में बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस से गठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी जनसभाएं की है. असम और पश्चिम बंगाल चुनाव से ज्यादा तेजस्वी का फोकस्ड बिहार में आरजेडी को धारदार बनाने पर टिका हुआ है.
तेजस्वी यादव को ऐसा लगता है कि विधानसभा में विधायकों की पिटाई के बाद उनके हाथ एक बड़ा मुद्दा लग गया है. इस मामले पर वह आक्रामकता बनाए रखना चाहते हैं. अब इंतजार इस बात का है कि तेजस्वी यादव जिला स्तर पर अपनी जनसभाओं की शुरुआत कहां से और कब करते हैं. तेजस्वी इस मामले को लेकर जितना ज्यादा आक्रामक रहेंगे नीतीश सरकार की परेशानी उतनी ही बढ़ेगी.