DESK: 15 साल पहले यानि 2004 की बात है जब झारखंड में जदयू के 6 विधायक हुआ करते थे. तब बिहार में नीतीश कुमार की सरकार नहीं थी. 2005 में जब मुख्यमंत्री बने तो झारखंड में नीतीश मॉडल चलाने की कोशिश की. इससे बाद झारखंड में जितने चुनाव हुए नीतीश मॉडल उतना ही मिट्टी में मिलता गया.
आज एक बार फिर नीतीश कुमार अपने मॉडल को चुनावी मुद्दा बनाने रांची पहुंच रहे हैं. वे जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे. नीतीश कुमार के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए बिहार के कई मंत्री वहां कैंप कर रहे हैं. मंत्री रामसेवक सिंह से लेकर श्रवण कुमार वहीं है.
पार्टी के कई नेताओं को पहले ही वहां भेज दिया गया है. झारखंड जदयू के नेताओं की मानें तो नीतीश कुमार कल अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर सकते हैं. हालांकि इसके पीछे कारण ये है बीजेपी ने नीतीश और उनकी पार्टी का कोई नोटिस ही नहीं लिया है.