PATNA : कांग्रेस ने नीतीश सरकार पर बिहार में विकास करने में विफल रहने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि चुनाव का वक्त आया है तो वे हर खेत में पानी पहुंचाने और डॉक्टरों और शिक्षकों की बहाली का सपना बिहार वासियों को दिखा रहे हैं जबकि 15 सालों में सीएम नीतीश कुमार ने केवल गृह जिले नालंदा का ही विकास किया है बाकी इलाकों पर कोई ध्यान नहीं दिया।
कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि जो विकास के कार्य मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा और उनके गांव कल्याण बिगहा में हुआ है उसके लिए वे बधाई के पात्र हैं लेकिन मुख्यमंत्री तो पूरे राज्य का होता है लेकिन सच्चाई यह है कि नालंदा की तुलना में राज्य के अन्य भागों की 15 वर्षों में सिर्फ उपेक्षा की गई जो एक प्रकार से नाइंसाफी और राज धर्म के पालन नहीं होने जैसा आचरण है।
प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि अब चुनाव नजदीक देखकर मुख्यमंत्री हर खेत मे पानी पहुंचाने और डॉक्टरों-शिक्षकों के हजारों रिक्त पदों को भरने का जो दावा कर रहे हैं वह हास्यस्पद लग रहा है। लोगों को यह समझ मे आने लगा है कि ऐसी डपोरशंखी घोषणाएं क्यों की जा रही है क्योंकि पूर्व में भी कई बार ऐसी बातें की जा चुकी है।
कांग्रेस एमएलसी ने कहा कि भाजपा जदयू नेताओं के द्वारा राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बावजूद वर्चुअल रैली तथा जनसम्पर्क अभियान चलाना जनता के प्रति असंवेदनशील होने तथा संक्रमण बढ़ाने वाला रवैया है। अगर इन नेताओं के भ्रमण से संक्रमण बढता है तो जिम्मेदारी सरकार को और इन पार्टियों को लेनी होगी।
प्रेमंचद मिश्रा ने कहा कि लॉक डाउन 5 के अनलॉक 1 में हर चीज को खोल दिया इस बीच कोरोना संक्रमण बढ़ता ही चला जा रहा है जो चिंताजनक है। इसे रोकने के उपाय नहीं किये गए तो बिहार में कम्यूनिटी संक्रमण का खतरा फैल जाएगा।कांग्रेस पार्टी सरकार और सरकारी पार्टियों को आगाह करती है कि वोट की लालच में राजनीतिक गतिविधियों में तेजी लाना घातक हो सकता है।