नीतीश को शराब-शराबियों से कोई चिढ़ नहीं, संजय जायसवाल बोले- दिक्कत होती तो शराबी को टिकट नहीं देते

नीतीश को शराब-शराबियों से कोई चिढ़ नहीं, संजय जायसवाल बोले- दिक्कत होती तो शराबी को टिकट नहीं देते

MUZAFFARPUR: बिहार के एक सीट पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी ताकत झोंक दी है। कुढ़नी विधानसभा के लिए होने वाले उपचुनाव के लिए महागठबंधन की तरफ से जेडीयू के मोहन कुशवाहा के नामांकन करने के बाद आज बीजेपी उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता ने अपना नॉमिनेशन दाखिल कर दिया। नामांकन के दौरान बिहार बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद रहे। इस मौके पर मुजफ्फरपुर पहुंचे संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला। संजय जायसवाल ने कहा है कि नीतीश कुमार एक तरफ तो शराबबंदी की दुहाई देते हैं वहीं दूसरी तरफ शराब माफिया और शराबी को टिकट देने का काम कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने आरजेडी पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लालू और नीतीश ने हमेशा से अतिपिछड़ा समाज को धोखा देने का काम किया है।


संजय जायसवाल ने कहा है कि जातीय जनगणना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक समय में पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने का नाटक करते थे लेकिन सात महीने बीत जाने के बावजूद जातीय जनगणना को लेकर सरकार की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। निकाय चुनाव में आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद नीतीश कुमार ने अतिपिछड़ा समाज को धोखा देने का काम किया। आरक्षण को लेकर सबसे पहले लालू प्रसाद ने अतिपिछड़ा समाज को धोखा दिया था। साल 1998 मे लालू ने सवर्ण सामाज के अल्पसंख्यकों को अतिपिछड़ा बनाने का काम किया और साल 2011 में नीतीश कुमार ने भी वहीं काम किया। उन्होंने सरकार से मांग की है कि वह अतिपिछड़ा समाज की हकमारी नहीं करे।


वहीं उन्होंने शराबबंदी के बावजूद बिहार में चल रहे शराब के कारोबार के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सीधे तौर पर जिम्मेवार ठहराया। संजय जायसवाल ने कहा है कि नीतीश कुमार ने बिहार पुलिस को लाभ पहुंचाने के लिए ही शराबबंदी कानून को लागू कराया था। नीतीश कुमार को न तो शराब बेंचने वालों से कोई परेशानी है और ना ही शराबियों से कोई दिक्कत है। नीतीश ने बिहार में सरकार के पैरलल एक आर्थिक व्यवस्था बना रखी है। नीतीश ने कुढ़नी में वैसे उम्मीदवार को टिकट दिया जिसकी शराब पीने की तस्वीरें पूरे बिहार के लोगों को सामने आ चुकी है वहीं गोपालगंज में शराब माफिया को टिकट देने का काम किया था। उन्होंने पूछा है कि नीतीश कुमार ऐसे लोगों को टिकट देकर क्या साबित करना चाहते हैं।


उन्होंने कहा कि बीजेपी लगातार इस बात को कहती रही है कि पुलिस आरजेडी के शराब माफिया के साथ मिलकर सारा काम कर रही है। बीजेपी जब सरकार में रहते हुए इस बात को नीतीश कुमार के सामने उठाती थी तो उन्हें बहुत खराब लगता था। आरजेडी के जो नेता कल तक हत्या और अपहरण करने का काम करते थे आज वही लोग शराब का कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने रहते हुए बीजेपी ने इस मामले को कई बार उठाया था। उस समय नीतीश कुमार को यह बातें बूरी लगती थी लेकिन आज उनके ही सहयोगी दल इसको लेकर आवाज उठा रहे हैं। सभी को यह बात पता है कि नीतीश कुमार के अधिकारी शराब माफिया के साथ मिलकर शराब का कारोबार कर रहे हैं और यह सारा काम पुलिस की देखरेख में हो रहा है।