MUZAFFARPUR: दो कुख्यात अपराधियों की 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति होगी जब्त, कोर्ट का सख्त आदेश मधुबनी में दो सगे भाईयों की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, बेलगाम ट्रक ने दोनों को रौंदा MUZAFFARPUR: ज्वेलरी शॉप लूटकांड मामले का खुलासा, लूटे गये आभूषण के साथ मां-बेटा गिरफ्तार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के सामने झुक गया पाकिस्तान, रोहित सिंह बोले..देश को अपने प्रधानमंत्री और सेना पर गर्व अरवल में 2 थानेदार का तबादला: मानिकपुर और SC/ST थाने की सौंपी गई जिम्मेदारी GOPALGANJ: गंडक नदी से मिला लापता व्यवसायी का शव, हत्या की आशंका जता रहे परिजन गया में महिला की इलाज के दौरान मौत, गुस्साए परिजनों ने किया जमकर हंगामा, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप Bihar News: बरसात से पहले गड्ढा मुक्त होंगी ग्रामीण सड़कें , बिहार सरकार ने शुरू की बड़ी तैयारी Bihar News: बरसात से पहले गड्ढा मुक्त होंगी ग्रामीण सड़कें , बिहार सरकार ने शुरू की बड़ी तैयारी India Pakistan Ceasefire: युद्ध विराम पर मुकेश सहनी ने PAK को दी सलाह, कहा..अब पाकिस्तान को आतंकवादियों के सफाए की लड़ाई लड़नी चाहिए
1st Bihar Published by: Updated Sat, 31 Dec 2022 01:41:01 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने साल 2022 के जाते-जाते वतर्मान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने बड़ी मांग रखी दी। जीतन राम मांझी ने कहा कि, बिहार में गुजरात की तर्ज पर परमिट के आधार पर शराबबंदी में छूट देनी चाहिए। जिसके बाद मांझी के इस बयान को लेकर एक बार फिर से सियासत गर्म हो गई। इसी कड़ी में अब बिहार विधानसभा के नेता विरोधी दल विजय कुमार सिन्हा ने भी मांझी के इस मांग पर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज करवाई है।
बिहार भाजपा के नेता और विधानसभा के नेता विपक्षी दल ने कहा कि, मांझी जी के इस बात के बाद सरकार को यह सोचना चाहिए की उनकी पुलिस महकमा क्या रही है यह तो उनकी नाकामी है। राज्य सरकार को यह सोचना चाहिए की हमारी योजना में कहां कमी रह गई है और इसके साथ उसे दूर करने पर ध्यान देना चाहिए। इसको लेकर वो लिमिट करें या सिमिति करें यह उनकी सोच है। हमारा कहना यह है कि, पूर्ण नशाबंदी के लिए अपने आप को सगज करना होता है, नियत साफ़ रखना होता है। लेकिन, आप तो अवैध शराब का कोरोबार करने वाले को अपना प्रत्याशी बनाते हैं। जो गरीब परिवार के लोग गलती से शराब पी लेते हैं तो उन्हें जेल भेज दिया जाता है। अब यह साफ़ है कि सीएम का नियत साफ़ नहीं है, इसी कारण यह गड़बड़ हो रहा है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, नीतीश कुमार जे साथ शामिल लोग ही यह मान रहे हैं कि शराबबंदी फेल हैं तो फिर झूठा नाटक क्यों कर रहे हैं। भाजपा के लोग तो हमेशा से शराबबंदी के पक्ष में रही है। आप हमेशा से नशाबंदी से पक्ष में रहे हैं फिर आप घूम कर शराबबंदी पर क्यों आ जाते हैं। आज वाइट जहर राज्य के समूचा नौजवानों के बीच जा रहा है। लेकिन इनको तो शराबबंदी के नाम पर अपराधियों का एक गिरोह खड़ा करना है।
इसके साथ ही उन्होंने नियुक्ति पत्र मामले को लेकर कहा कि यह एक छलावा है। यह सरकारी नौकरी जन हमलोग साथ थे तभी निकली थी। ये लोग सभी का नियुक्ति पत्र रोक कर रखें थे और आज यह बांट रहे हैं। इसके मन में हमेशा से छल रहा है। लेकिन, हमलोग भी जल्दी ही इनका सारा पोल खोलेंगे और बताएँगे ये लोग किस तरह बिहार कि जनता को ठग रहे हैं।
इसके आलावा सिन्हा ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री जी तो इतने सालों से मांझी जी को समझाते - समझाते मुख्यमंत्री बनाकर फिर गर्दन पर हाथ रखकर उन्हें कुर्सी से उतार दिया। ये किसी को समझाते नहीं हैं, बल्कि ठगते हैं। नीतीश कुमार बड़े ठग हैं। ये कभी भी किसी भी चीजों का समाधान नहीं करते हैं, बल्कि ठगने का काम करते हैं। जिस दिन यह अपना अहंकार छोड़ देंगे सभी चीजों का समाधान हो जाएगा।