PATNA: जल-जीवन-हरियाली पर नीतीश की मानव श्रृंखला को धोखाधड़ी बताने वाले लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव अपनी पार्टी के तीन विधायकों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर पा रहे हैं. RJD के दो विधायकों और एक विधान पार्षद ने आज पार्टी के निर्देशों को ताक पर रख कर नीतीश कुमार की मानव श्रृंखला में भाग लिया. वे लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी भी कर रहे हैं लेकिन लालू प्रसाद यादव का कुनबा उनके खिलाफ कार्रवाई का साहस नहीं जुटा पा रहा है.
मानव श्रृंखला में शामिल हुए राजद के विधायक
लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी और राबड़ी देवी के कड़े विरोध के बावजूद राजद के दो विधायकों और एक विधान पार्षद ने आज मानव श्रृंखला में भाग लिया. मुजफ्फरपुर के गायघाट से विधायक महेश्वर यादव और दरभंगा के केवटी से विधायक फराज फातमी आज नीतीश की मानव श्रृंखला में शामिल हुए. वहीं राजद के विधान पार्षद संजय प्रसाद भी सड़क पर लोगों का हाथ पकड़ कर खड़े नजर आये. विधायक महेश्वर यादव लगातार लालू से लेकर तेजस्वी को जमकर कोस रहे हैं. वहीं फराज फातमी तेजस्वी की यात्रा को झांसा करार दे चुके हैं. सवाल ये है कि पार्टी फिर भी कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है.
क्या है राजद के सामने मजबूरी
कुछ दिन पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद पर जगदानंद सिंह की ताजपोशी हुई. कहा गया कि जगदानंद पार्टी में अनुशासन को दुरूस्त कर देंगे. नीतीश की मानव श्रृंखला से पहले जगदानंद दावा कर रहे थे कि उनकी पार्टी न सिर्फ इस कार्यक्रम से दूर रहेगी बल्कि इसका पुरजोर विरोध भी करेगी. लेकिन पार्टी के निर्दशों की धज्जियां उड़ा रहे विधायकों और विधान पार्षदों पर कार्रवाई को लेकर उनकी भी जुबान बंद है. वैसे तीन दिन पहले पत्रकारों ने तेजस्वी से भी पूछा था कि उनकी यात्रा को झांसा करार दे रहे विधायक फऱाज फातमी पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है. तेजस्वी चुप्पी साध गये थे.
वोट बैंक पर असर का सता रहा है डर
दरअसल पार्टी के खिलाफ खुली बगावत करने वाले विधायक महेश्वर यादव और फराज फातमी उस तबके से आते हैं जो राजद का आधार वोट माना जाता है. दोनों माय समीकरण से आते हैं. लालू यादव जानते हैं उनसे छेड़छाड़ नुकसान पहुंचा सकता है. वैसे डर और भी है.
बिहार के सियासी गलियारे में चर्चा आम है कि राजद के ढेर सारे विधायक तेजस्वी से नाराज हैं. राजद में टूट सिर्फ इसलिए नहीं हो रही क्योंकि दलबदल के लिए जरूरी विधायकों की तादाद 53 है और उतने विधायक पूरे नहीं हो पा रहे हैं. महेश्वर और फराज फातमी पर कार्रवाई हुई तो अब तक दबी हुई चिंगारी आग का रूप ले सकती है. लिहाजा लालू प्रसाद यादव के कुनबे ने इसे नहीं छेड़ने की रणनीति बनायी है. ऐसे में पार्टी के निर्देश को ताक पर रख कर मानव श्रृंखला में शामिल होने विधायकों पर कार्रवाई की संभावना कम ही नजर आ रही है.