नीतीश के विरोधी गढ़ रहे अलग कहानी: पार्टी में टूट की बात को JDU ने नकारा, कहा- BJP की स्टोरी में दम नहीं.. सिर्फ निराशा हाथ लगेगी

नीतीश के विरोधी गढ़ रहे अलग कहानी: पार्टी में टूट की बात को JDU ने नकारा, कहा- BJP की स्टोरी में दम नहीं.. सिर्फ निराशा हाथ लगेगी

PATNA: शरद पवार की पार्टी एनसीपी में हुई टूट के बाद अब जेडीयू में बड़ी टूट के कयास लगाए जा रहे हैं। बीजेपी के साथ साथ उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान समेत अन्य विरोधी दल मजबूती के साथ इस बात का दावा कर रहे हैं कि जल्द ही जेडीयू खंड-खंड हो जाएगी हालांकि जेडीयू ने इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। जेडीयू कोटे के मंत्री मदन सहनी ने कहा है कि बीजेपी और उसके सहयोगियों को जितना दावा करना है कर लें लेकिन अंत में उनके हाथ निराशा ही हाथ लगेगी। जेडीयू और महागठबंधन मजबूती के साथ एकजुट है।


मंत्री मदन सहनी ने कहा है कि इसमें कहीं कोई सच्चाई नहीं है और यह सौ फीसदी मनगढंत है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी पार्टी के विधायक और सांसद से मिल रहे हैं, विपक्षी एकता की जो मीटिंग हुई उसको आगे बढ़ाने की दिशा में भी इसे एक कदम कहा जा सकता है। बीजेपी और उसके साथी अलग कहानी गढ रहे हैं लेकिन इस कहानी में कोई दम नहीं है और कहानी बनाने वाले जो लोग हैं उन्हें निराशा ही हाथ लगेगी। जेडीयू और महागठबंधन एकजुट है और सरकारी मजबूती के साथ काम कर रही है। जिनको जो कयास लगाना है लगाते रहें।


वहीं उपेंद्र कुशवाहा के दावा करने पर कि जेडीयू और कांग्रेस में बड़ी टूट होगी, इसपर मदन सहनी ने कहा है कि कुशवाहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे बड़े वृक्ष के पत्ते के समान हैं, जो झड़कर पेड़ से नीचे गिर गए है। वे कुछ दिन तो फड़फड़ाएंगे ही, ऐसे लोगों के बयान को ज्यादा महत्व देने की जरुरत नहीं है। कुशवाहा जहां गए हैं वहां कुछ करतब दिखाएंगे तभी तो भाव मिलेगा। बीजेपी जैसी पार्टी में कुशवाहा जैसे नेता थोक के भाव में पड़े रहते हैं। 


वहीं हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन के यह दावा करने पर कि तेजस्वी यादव 10 दिनों के भीतर मुख्यमंत्री बनने वाले हैं, इसपर उन्होंने कहा कि संतोष सुमन को तेजस्वी यादव से क्या परेशानी है कि इस तरह का बयान दे रहे हैं। अभी नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं, कल कौन सीएम बनेगा इसको सोंचकर उन्हें क्यों कष्ट हो रहा है। वहीं सम्राट चौधरी पर हमला बोलते हुए मदन सहनी ने कहा है कि सम्राट चौधरी अपनी गरीमा खो चुके हैं। पहले वे खुद की गरीमा बचाएं और देशभर में सत्ता खोने जा रही अपनी पार्टी को बचाएं। सम्राट चौधरी को स्पष्ट कर देना चाहिए कि बिना जेडीयू के बीजेपी का कोई अस्तित्व नहीं है।