PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़ा है। लोकतंत्र की खूबसूरती यही है कि जो जनप्रतिनिधि वोट लेकर अपने मतदाताओं को भूल जाते हैं उन्हें पांच साल पर एक बार उन्हीं के दरवाजे पर एक बार हाजिरी लगानी पड़ती फिर जनता उनसे उनके काम का हिसाब मांगती है। विधानसभा चुनाव से पहले लोगों की नाराजगी और जनप्रतिनिधियों की फजीहत की कई खबर सामने आती रही है।
5 सालों में जनता की सुध नहीं लेने वाले जनप्रतिधियों में बिहार सरकार के एक मंत्री का नाम भी शुमार है। बिहार सरकार के मंत्री कृष्ण कुमार ऋृषि को लेकर एक बेहद दिलचस्प खबर सामने आ रही है। मंत्री जी पूर्णिया के बनमनखी से विधायक है। इसी विधानसभा क्षेत्र में एक गांव हैं महाराजगंज। मंत्री जी की इकलौती बहन का ससुराल इसी गांव में है।
गांव के लोगों का आरोप है कि मंत्री जी इस गांव में भी कभी झांकने नहीं है। यहां के लोग अपने स्थानीय विधायक और मंत्री कृष्ण कुमार ऋृषि से बहुत नाराज हैं। लोगों का आरोप है कि नीतीश के मंत्री 5 साल में सिर्फ 2-3 बार हीं यहां पहुंचे हैं। हांलाकि उनकी बहन लोगों के आरोपों को गलत बताती है वे कहती हैं कि आरोप लगाने वाले विरोधी हैं। हम अपने भाई के नाम पर नहीं बल्कि मोदी के नाम पर वोट देते हैं।मंत्री की बहन ने कहा कि अगर भाई अगर बीजेपी छोड़कर दूसरे दल में जांएगे तो वे उन्हें वोट नहीं करेंगी।