नीतीश के लिए सुशील मोदी का प्यार बेशुमार: महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को नीतीश कुमार बन जाने की दे रहे हैं सलाह

नीतीश के लिए सुशील मोदी का प्यार बेशुमार: महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को नीतीश कुमार बन जाने की दे रहे हैं सलाह

PATNA : क्या बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के आदर्श राजनेता सिर्फ औऱ सिर्फ नीतीश कुमार हैं. कुछ ज्यादा ही नीतीश प्रेम दिखाने के लिए लगातार निशाने पर रहने वाले सुशील मोदी ने अब महाराष्ट्र में हो रही सियासी घटनाओं के बहाने भी नीतीश कुमार की तारीफों के कसीदे गढ़े हैं. सुशील मोदी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को नीतीश कुमार की तरह बन जाने की सलाह दी है.


दरअसल महाराष्ट्र में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह के आरोपों के बाद सियासी तूफान मचा है. परमवीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर मुंबई पुलिस के जरिये हर महीने 100 करोड़ की वसूली करने का आरोप लगाया है. परमवीर सिंह अपने आरोपों के साथ सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचे हैं. सुशील मोदी ने इसी घमासान के बहाने फिर से नीतीश कुमार की तारीफों के पुल बांधे हैं.


नीतीश की राह पर चलें उद्धव
ट्वीटर पर सुशील मोदी ने लिखा है कि महाराष्ट्र में एक बेमेल गठबंधन की सरकार में शामिल एनसीपी कोटे के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर उसी सरकार के तहत काम करने वाले पुलिस कमिश्नर ने 100 करोड़ रुपये की नाजायज वसूली के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है लिहाजा मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए था. इसके विपरीत महा अघाडी सरकार के सूत्रधार शरद पवार दागी मंत्री का बचाव कर रहे हैं और कांग्रेस मूक दर्शक बनी है.


सुशील मोदी ने महाराष्ट्र के वाकये को बिहार में 2017 में हुए सियासी घटनाक्रम से जोड़  दिया है. उन्होंने कहा है कि बिहार में 2017 में महागठबंधन सरकार के समय तत्कालीन मंत्री तेजस्वी यादव के मॉल-मिट्टी-जमीन घोटाले में आरोपित होने और इस्तीफा न देने से वैसी ही परिस्थति बनी थी, जैसी आज महाराष्ट्र में अनिल देशमुख के चलते पैदा हुई है. लेकिन नीतीश थे तो रास्ता निकाल लिया.


नीतीश ने मिसाल कायम की थी
सुशील मोदी ने लिखा है कि 2017 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के आरोपी होने के कारण इस्तीफा सौंप कर मिसाल कायम किया था. बिहार की महागठबंधन सरकार में दागी मंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग ठुकरा कर जो हठधर्मी राजद प्रमुख ने दिखायी थी, वही रुख एनसीपी प्रमुख शरद पवार अपना रहे हैं.


सुशील मोदी के मुताबिक उद्धव ठाकरे को यदि बाला साहब ठाकरे की प्रतिष्ठा का जरा भी ख्याल है और वे शिवसेना को सम्पूर्ण कांग्रेसीकरण से बचाना चाहते हों तो उन्हें नीतीश कुमार की राह पर चलना चाहिये. उद्धव ठाकरे को नीतीश की तरह तुरंत अपनी सरकार का इस्तीफा देना चाहिए.