नीतीश इम्पॉसिबल : चिराग की राजनीति का बस अब यही है मकसद

नीतीश इम्पॉसिबल : चिराग की राजनीति का बस अब यही है मकसद

PATNA :अपने पिता को खोने का गम झेल रहे चिराग पासवान लगातार और बार-बार यह बात दोहरा रहे हैं कि वह किसी भी हाल में नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री फिर से बनता नहीं देखना चाहते. चिराग पासवान ने नीतीश कुमार और जेडीयू के बजाय बीजेपी और एलजेपी के विकल्प पर सहमति जताई है. 

चिराग पासवान अपने पिता रामविलास पासवान का श्राद्ध कर्म करने के बाद 21 अक्टूबर से चुनावी दौरे पर निकलेंगे. उनके चुनावी मिशन का नाम होगा नितीश इंपॉसिबल. चिराग पासवान ने आज एक बार फिर से जो ट्वीट किया है वह बताता है कि नीतीश के लिए उनके मन में कितना गुस्सा है.



चिराग पासवान ने शुक्रवार को अपने पिता कए वीडियो  ट्वीट किया है. रामविलास पासवान ने संसद में एक कविता कही थी, चिराग पासवान ने ट्वीट कर लिखा कि  'ज़ुल्म करो मत
ज़ुल्म सहो मत ।
जीना है तो मरना सीखो
कदम पर लड़ना सिखों।।।
वो लड़ रहे हैं हमपर राज करने के लिए
हम लड़ रहे हैं खुद पर नाज़ करने के लिए।'

इसके बाद चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार से अब लड़ने का समय आ गया है. मैं बिहार को और बर्बाद होते नहीं देख जा सकता. नीतीश कुमार के नेतृत्व को मैं नहीं स्वीकार कर सकता.राज करने के लिए फैसला  करना होता तो नीतीश के साथ रहता, लेकिन खुद को माफ़ नहीं कर पाता. बिहार को संवारना है और फिर बिहार पर नाज़ करना है.नीतीश कुमार असम्भव.