PATNA : बिहार में जनादेश सामने आने के बाद यह तय हो गया है कि एक बार फिर से राज्य में एनडीए की सरकार बनेगी। सरकार गठन का स्वरूप रविवार को एनडीए की होने वाली बैठक में स्पष्ट हो जाएगा कैबिनेट में बीजेपी, जेडीयू के साथ-साथ हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और वीआईपी के कोटे से मंत्री शामिल होंगे। इंसान युवा मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वह कैबिनेट में शामिल नहीं होंगे। उसके बावजूद यह तय माना जा रहा है कि उनकी पार्टी से किसी सदस्य को कैबिनेट में जगह जरूर दी जाएगी।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अंदरखाने से आ रही खबरों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे विधान पार्षद संतोष सुमन को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है। हम की तरफ से जिस चेहरे को सबसे ऊपर माना जा रहा है उसपर संतोष सुमन काबिज हैं। जबकि विधानसभा चुनाव में टेकारी सीट से चुनाव जीत कर आने वाले अनिल कुमार के नाम की भी चर्चा है। अनिल कुमार पहले भी नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में रह चुके हैं और एक बार फिर से उन्हें जगह मिल सकती है। लेकिन दोनों में से किसी एक को ही कैबिनेट में जगह मिलेगी इस बात की पूरी संभावना है।
चुनाव के ठीक पहले महागठबंधन छोड़कर एनडीए में शामिल होने वाले जीतन राम मांझी अपने बेटे संतोष सुमन को मंत्री देखना पसंद कर सकते हैं लेकिन यह सारी तस्वीरें एनडीए की बैठक के बाद ही साफ होगी। संतोष सुमन को अगर कैबिनेट में जगह मिलती है तो वह महादलित तबके से आने वाले मंत्री होंगे जबकि अनिल कुमार भूमिहार जाति से। इंतजार सबको इस बात का है कि कैबिनेट में इन दोनों में से किसे जगह मिलती है। चर्चा है कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को विधान परिषद के कोटे की एक सीट भी मिल सकती है और पार्टी उस पर किसी अल्पसंख्यक चेहरे को परिषद में भेज सकती है।