PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बुलाई गई कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है। इस कैबिनेट बैठक में कुल 12 एजेंडों पर मुहर लगी है। डीएमसीएच में 2100 बेड वाले नए अस्पताल की मंजूरी दी गयी है। विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग का नाम बदल दिया गया है। अब इस विभाग को विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के रूप में जाना जाएगा।
नीतीश कैबिनेट की बैठक में कुल 12 एजेंडों पर मुहर लगी है। राज्य सरकार ने विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग का नाम बदल दिया है। अब विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग इसका नाम होगा। डीएमसीएच में 2100 बेड के नए अस्पताल का निर्माण बिहार सरकार कराएगी। दरभंगा एम्स जमीन पर केंद्र के साथ विवाद के बाद बड़ा फैसला लिया गया है। 2 जिलों में आरओबी निर्माण को मंजूरी दी गयी है तो वही कृषि उपकरण बैंक स्थापित करने का फैसला राज्य सरकार ने लिया है।
नीतीश कैबिनेट की बैठक के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव मंत्री विजय चौधरी के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंचे हैं। एक ही गाड़ी में सवार होकर ललन सिंह भी सीएम आवास पहुंचे हैं। वही सीएम आवास से आए बुलावे के बाद सोनवर्षा से जेडीयू विधायक रत्नेश सदा भी एक अणे मार्ग पहुंच गये हैं।
ऐसी चर्चा हो रही है कि रत्नेश सदा को मंत्री बनाया जा सकता है। जदयू कोटे से एससी एसटी विभाग का प्रभार उन्हें दिया जा सकता है। जदयू विधायक रत्नेश सदा को मुख्यमंत्री आवास से बुलावा आया है। बिहार के सोनबर्षा विधानसभा क्षेत्र से रत्नेश सदा जेडीयू के विधायक है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की आज बैठक ललन सिंह के साथ हुई थी। जिसमें यह फैसला लिया गया है। उन्हें एक अणे मार्ग स्थित सीएम आवास पर बुलाया गया था। जैसे ही उनके मोबाइल पर कॉल आया वे पटना के लिए रवाना हो गये। अब वे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे हैं। जिसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।
रत्नेश सदा ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी और विजेन्द्र यादव का फोन आया था। हमें आज ही पटना आने को कहा गया था। कॉल आने के बाद हम पटना के लिए निकल गये। उन्होंने कहा कि पूरे आभार के साथ हम कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की असीम कृपा है कि उन्होंने हमकों बुलाया जो जिम्मेदारी मिलेगी वो निर्वहण करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का आशीर्वाद मिलेगा तो मंत्री बनेंगे।