नीट की तैयारी को लेकर गोल ने आयोजित किया सेमिनार, मैनेजिंग डायरेक्टर और डॉक्टरों ने दिए महत्वपूर्ण टिप्स

नीट की तैयारी को लेकर गोल ने आयोजित किया सेमिनार, मैनेजिंग डायरेक्टर और डॉक्टरों ने दिए महत्वपूर्ण टिप्स

PATNA : मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं को बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है। अब छात्रों को अपनी बेहतर तैयारी को लेकर इधर-उधर भटकना और अधिक पैसा खर्च करना नहीं पड़ेगा। इनको अब इस बात की भी समस्याओं का भी सामना नहीं करना होगा कि, वो अपने एंट्रेंस परीक्षा तैयारी करने के दौरान क्या करें और क्या नहीं। अब इस तमाम तरह के सवालों को लेकर राजधानी पटना के एक कोचिंग सेंटर के तरफ से बड़ी सुविधा देने का एलान किया है। यह फैसला गोल इन्स्टीट्यूट के तरफ से लिया गया है। 


दरअसल, मेडिकल छात्रों के समस्याओं के समाधान के लिए गोल इन्स्टीट्यूट द्वारा पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में एक सेमिनार का आयोजन किया गया यह सेमीनार दो शिफ्ट में आयोजित की गई। छात्रों को दिशा निर्देश देने के लिए ए.एफ.एम.सी. पुणे 2021 बैच से चैतन्या, पी.एम.सी.एच पटना 2022 बैच से अनुराधा कुमारी, मानसी कुमारी, लवली, साक्षी मिश्रा, सुभाष, अनन्त आर्य, प्रेम कुमार,के साथ ही सौरव शेखर, रौशन कुमार, रविशंकर राज, पटना से आए और इन्होंने अपने अनुभवों को मेडिकल की तैयारी करने वाले स्टूडेंटों के साथ साझा किया। 


वहीं, छात्रों को संबोधित करते हुए गोल इन्स्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर विपिन सिंह ने कहा कि, अगर छात्र प्रत्येक दिन, प्रत्येक सप्ताह और प्रत्येक महीने का लक्ष्य, निर्धारण कर प्रत्येक दिन अपने लक्ष्य को पाने की कोशिश करें तो मेडिकल के कॉम्पीटीशन में सफलता प्राप्त करना मुश्किल नहीं होगा। इसके साथ ही उन्होनें छात्रों के साथ कुछ महत्वपूर्ण तथ्य भी साझा किए।


उन्होंने कहा कि, मेडिकल परीक्षा की तैयारी करने वाले स्टूडेंटों को एन.सी.ई.आर.टी. की बुक से सबसे पहले तैयारी करनी चाहिए। इसके साथ ही ऑब्जेक्टिव प्रश्नों का करें अभ्यास करना चाहिए। स्टूडेंट को हमेशा कूल और कॉन्फीडेन्ट रहना चाहिए। वहीं, मेडिकल परीक्षा तैयारी के दौरान सकारात्मक सोच जरूरी है। वहीं, कभी भी स्टूडेंट को अंतिम समय में नई पुस्तकों का चयन न करना चाहिए। टेस्ट के द्वारा अपने तैयारी के लेवल का करें जांच।


इधर, गोल इन्स्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने टाइम मैनेजमेंट के महत्व को समझाते हुए कहा कि प्रकृति ने सभी छात्रों को दिन रात मिलाकर 24 घंटे का बराबर समय दिया है। इसी समय से जो छात्र ज्यादा समय इस्तेमाल कर लेते हैं वे सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँच जाते हैं। छात्रों के बीच गौरव सिंह, संजीव जी एवं विनित जी ने भी अपने महत्वपूर्ण अनुभवों को साझा किया और बताया कि गोल इन्स्टीट्यूट छात्रों को सफलता दिलाने के लिए हर संभव मदद करने को प्रतिबद्ध है।