ब्रेकिंग न्यूज़

Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई गैंग में धरल्ले से हो रही युवाओं की भर्ती, चुनौती से निपटने के लिए पुलिस ने तैयार किया मास्टरप्लान वर्दी का ख्वाब साकार कर रहे हैं अजय सिंह, फिजिकल की तैयारी के लिए युवाओं को दे रहे हाई जम्पिंग गद्दा कर्नाटक में पूर्व DGP की हत्या, पत्नी पर लगा संगीन आरोप, बिहार के रहने वाले थे ओम प्रकाश PBKSvsRCB: पंजाब किंग्स पर जीत के साथ विराट कोहली ने तोड़ डाला धोनी का यह बड़ा रिकॉर्ड, अब रोहित शर्मा की बारी Bihar News: चुनावी साल में केंद्र सरकार ने खोला खजाना, बिहार के लिए बनाया विकास का यह मेगा प्लान; जानिए.. Bihar News: एक गलती और कई दुकानें राख में तब्दील, लाखों की संपत्ति स्वाहा, कहीं आप भी तो नहीं करते यह भूल? मुंगेर में 5 मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार बनाते 3 कारीगर गिरफ्तार Bihar Crime: शराब तस्करों का पीछा करने के दौरान पुलिस की गाड़ी पलटी, 2 पुलिसकर्मी घायल, तस्कर गिरफ्तार Bihar News: NH पर बालू लदे ट्रक में लगी भीषण आग, खबर मिलते ही मालिक को आया हार्ट अटैक Cricket News: “IPL में ये लोग छुट्टियाँ मनाने आते हैं”, कामचोर खिलाड़ियों पर बरसे सहवाग, बयान के बाद समर्थन में आए फैंस

निर्भया के दोषी ने राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी, कहा- जिंदा रहकर बूढ़े मां-बाप की सेवा करना चाहता हूं, पढ़ें पूरा पत्र

निर्भया के दोषी ने राष्ट्रपति को लिखी चिट्ठी, कहा- जिंदा रहकर बूढ़े मां-बाप की सेवा करना चाहता हूं, पढ़ें पूरा पत्र

DELHI: निर्भया के चारों गुनहगारों को 1 फरवरी को फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा. फांसी से बचने के लिए दोषी कई कानूनी हथकंडे अपना रहे हैं. इसी बीच दोषी विनय ने अपने हाथों से लिखकर राष्ट्रपति के पास चिट्ठी दया याचिका के रुप में भेजी है. चिट्ठी में विनय ने अपने बूढ़े मां-बाप की दुहाई दी है. 

चिट्ठी में विनय ने लिखा है कि  ‘सर, मैं अपने घर का बड़ा लड़का हूं. आपके पास मुझे जीवनदान देने का अधिकार है मैं जेल में रहकर भी अपने बूढ़े मां बाप की सेवा कर सकता हूं. मां-बाप धीरे-धीरे बुढ़ापे की ओर बढ़ रहे हैं. उनका मेरे अलावा और दूसरा कोई सहारा नहीं है. मेरे अंदर बहुत सुधार है. आप चाहे जो भी सजा देंगे उसे काटकर एक जिम्मेदार अच्छा नागरिक बन के निकलूंगा और अपनी मां बाप की बहुत सेवा करूंगा. कभी भी कुछ भी गलत नहीं करूंगा न ही गलत करने दूंगा.

इसके बाद विनय ने लिखा है कि 'सर मुझ गरीब पर इतना कुछ थोपा गया जो मैंने कभी सोचा नहीं था. वह सहा जो कोई सह नहीं सकता मरना होता तो कब का मौत को गले लगा चुका होता लेकिन जब से मेरे बूढ़े मां बाप ने मुझसे जीने को कहा है उस दिन से मैंने मरने की छोड़ दी. मझे फांसी को छोड़कर जितनी भी सजा देंगे वह मुझे मंजूर होगी, मैं हर सजा  खुशी-खुशी काटने को तैयार हूं. लेकिन मुझे मेरे मां बाप के लिए जिंदा छोड़ दो. सर बहुत दुख देखे हैं जीवन में. श्रीमान जी मेरी पहली और आखरी गलती को माफ करके मुझे नया जीवन प्रदान करें.'

बता दें कि ले 22 जनवरी को सभी गुनहगारों को फांसी दी जानी थी पर कानूनी पैंतरेबाजी के कारण टल गई थी. इसके बाद एक बार फिर से 1 फरवरी की तारिख तय की गई है.  पवन जल्लाद कल तय प्रोग्राम के मुताबिक तिहाड़ जेल पहुंच जाएगा.