DELHI: 1 फरवरी को निर्भया के चारों गुनहगारों को फांसी के फंदे पर लटकाया जा रहा है. निर्भया के दोषियों को सजा देने के लिए पूरा देश इंतजार कर रहा है. कानून पैंतरेबाजी के कारण 22 जनवरी को गुनहगारों को फांसी पर नहीं लटकाया जा सका. दोषी आगे कोई कानून दांव-पेंच ना खेलें, इसके लिए केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की है.
वहीं तिहाड़ जेल में बंद निर्भया के चारों दोषियों की सुरक्षा पर हर दिन करीब 50 हजार रुपये खर्च हो रहे है. जिस दिन कोर्ट ने इन्हें फांसी पर लटकाने के लिए डेथ वॉरंट जारी किया था उस दिन से इन कैदियों की सुरक्षा पर 50 हजार रुपये खर्च हो रहे हैं. गुनहगारों के सेल के बाहर 24 घंटे तैनात किए गए 32 सिक्यॉरिटी गार्ड्स और फांसी देने के लिए किए जा रहे अन्य कई कामों में ये पैसा खर्च हो रहा है.
जेल सूत्रों के मुताबिक निर्भया के चारों दोषियों को तिहाड़ की जेल नंबर-3 में अलग-अलग सेल में रखा गया है. हर दोषी के सेल के बाहर दो-दो सिक्योरिटी गार्ड तैनात रहते हैं. सिक्योरिटी गार्ड की हर दो घंटे में शिफ्ट बदली जाती है, ताकि वो आराम कर सकें और इन अपराधियों पर पैनी नजर बनाये रखें. हर एक कैदी के लिए 24 घंटे के लिए आठ-आठ सिक्योरिटी गार्ड लगाए गए हैं. चार कैदियों के लिए कुल 32 सिक्योरिटी गार्ड्स हैं जो 24 घंटे में 48 शिफ्ट में काम कर रहे हैं. हर दो घंटे की शिफ्ट में डबल गार्ड लगाने के साथ ही सीसीटीवी कैमरों से भी कैदियों की निगरानी की जा रही है.