DELHI: निर्भया की मां आशा देवी को आज राहत मिली है. जिस इंसाफ के लिए वह सात साल से लड़ रही थी आज वह इंसाफ मिल गया. इस दौरान निर्भया की मां कोर्ट के फैसले से कई बार रोई. कई बार हौसले टूट गए, लेकिन फिर भी वह हिम्मत नहीं हारी है. चारों दरिंदों को फांसी के फंदे तक लटकवाया. आज इस मां के हिम्मत को लोग सलाम कर रहे हैं.
खुद आई सामने
जब निर्भया कांड के बाद निर्भया के परिजनों की पहचान छिपाया जा रहा था. तब वह बेटी की इंसाफ के लिए आगे आई. अपना नाम बताया. पिता भी सामने आए और शुरू हो गया इंसाफ की लड़ाई. अगर निर्भया की मां सामने नहीं आती तो शायद इंसाफ मिलने में और देर हो जाती. दोषी फांसी से बचने के लिए तिकड़म बाजी करते रहे है. लेकिन निर्भया की मां डटी रही.
बेटी की आत्मा को मिली शांति
निर्भया के चारों दोषियों को फांसी पर आज लटकाए जाने के बाद निर्भया की मां ने कहा कि मैंने बेटी की तस्वीर को गले से लगाकर कहा कि आज तुम्हें इंसाफ मिल गया. बेटी जिंदा रहती तो डॉक्टर की मां कहलाती. आज निर्भया की मां के नाम से जानी जा रही हूं. आज हमें न्याय मिल मिल गया. आज का दिन बेटियों के नाम है.