PATNA : क्या आपको लगता है कि केके पाठक का कोई परफॉर्मेंस है। उनको जिन जिन कामों पर लगाया गया कौन काम उन्होंने बढ़िया से किया है। इनका परफॉर्मेंस तो है नहीं। निकम्मा अधिकारी है। इस तरह के निकम्मे अधिकारी को बर्खास्त कर देना चाहिए। यह बातें राजद के विधायक सुधाकर सिंह ने शिक्षा मंत्री और अपर मुख्य सचिव को लेकर चल रहे विवाद पर बोला है।
राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि - के. के. पाठक का परफॉर्मेंस कहीं भी ठीक नहीं रहा है। इससे पहले शराब वाले विभाग में थे। उस दौरान भी बहुत सारे लोग जहरीली शराब के कारण बेमौत मारे गए। उसके पहले खनन विभाग में थे, वहां भी इनका क्या परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहा है। अब शिक्षा विभाग आए हैं तो यहां भी ये सब चल रहा है। ऐसे अधिकारी को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए।
इसके आलावा केके पाठक कोई बहुत बड़ा नेता है कि जिसके निर्णय से बिहार की कोई राजनीति प्रभावित हो रही है। एक निकम्मा अधिकारी है मैंने इसका प्रमाण भी दे दिया है। वहीं जेडीयू मंत्री के तरफ से के. के. पाठक की तारीफ किए जाने पर आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि -वैसे मंत्रियों से मेरी अपील है कि उनको अपने विभाग में अटैच कर लें। इतने ही काबिल है तो सब मंत्री मिलकर अकेले इनको प्रधान सचिव बना लें। फिर चलाएं सरकार वो। शिक्षा मंत्री हमारे उत्कृष्ट विद्वान आदमी हैं। उनको जो जिम्मेदारी दी गई है वह उसको बखूबी निभा रहे हैं। किस राज्य में बदलाव के लिए थोड़ा पीड़ा सबको सहना होगा। मैं यह मानता हूं कि वर्तमान में पीड़ा काल है लेकिन जल्द ही बिहार का सुनहरा भविष्य होगा।
वहीं, आप लोगों को यह भी साफ़ कर दूं कि आप लोग जितना सोच रहे हैं यह उतना बड़ा मुद्दा भी नहीं है। बिहार में और भी बहुत सारे मुद्दे हैं जिनको लेकर चर्चा होनी चाहिए। यह कोई बहुय्त बड़ा मुद्दा नहीं है। अभी चुनावी साल है इसको लेकर बातचीत होनी चाहिए,यह सब जो चल रहा है यह कोई मुद्दा नहीं है।के. के. पाठक जैसे छोटे कर्मचारी की बातों पर क्या ही चर्चा करना।ऐसे लोगों को जबरन रिटायर कर देना चाहिए। सरकार को पावर है। ऐसे अधिकारी को जबरन रिटायर करवा देना चाहिए।