DESK: केंद्र सरकार की जन एवं श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ 12 सूत्री मांगों को लेकर 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों एवं सैकड़ों ट्रेड यूनियन के आह्वान पर देशभर के बीस करोड़ से ज्यादा कामगार, कर्मचारी एवं अधिकारी दो दिन राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल का आह्वान किया है। 28 और 29 मार्च यानि दो दिन बैंक बंद रहेंगे। यह हड़ताल प्राइवेटाइजेशन के विरोध में किया जा रहा है।
इस दौरान बिहार में करीब 3 हजार बैंकों के ब्रांच बंद रहेंगे। जिससे करीब 20 हजार करोड़ के कारोबार पर असर पड़ेगा। प्राइवेट एवं सरकारी संस्थानों में क्लोजिंग का महीना मार्च होता है। ऐसे में 28 और 29 मार्च दो दिनों के देशव्यापी हड़ताल से बड़ा असर पड़ेगा। बैंकों में लेने-देन से लेकर इंश्योरेंस का काम भी प्रभावित होगा। इसके साथ ही एटीएम सर्विस भी प्रभावित हो सकती है।
तीन प्रमुख संगठन एआईबीईए, एआईबीओए और बेफी के द्वारा हड़ताल के आह्वान से राज्य में स्टेट बैंक की 983 शाखाओं के अलावा व्यावसायिक बैंक और ग्रामीण बैंक की कुल 5061 शाखाओं के ट्रांजैक्शन पर असर पड़ेगा। बैंक के अलावे पोस्ट ऑफिस में भी दो दिवसीय हड़ताल होने के कारण जनता को नगद लेन-देन में परेशानी हो सकती है। स्टेट बैंक के मुख्य संगठन ऑयबाक ऑफिसर्स यूनियन द्वारा हड़ताल को नैतिक समर्थन दिया गया है।